best 50+ Funny Poems in Hindi । व्यंग्यात्मक कविताएं । Humorous Hindi Poem

4.3/5 - (7 votes)

Humorous Hindi Poem – दोस्तों इस पोस्ट में आपको कुछ बेहतरीन Hindi Poem Funny का संग्रह दिया गया हैं. इस Hindi Funny Poetry को हमारे हिन्दी के प्रसिद्ध और लोकप्रिय कवियों ने लिखी हैं.

Funny Kavita in Hindi लोगों को भरपूर मनोरंजन करती हैं. हास्य कविताएँ में जीवन की सच्चाई को हंसी और मुस्कान के साथ आसानी से पेश किया जाता हैं.

हास्य कविता मुस्कान के साथ जीवन के सभी पहलू के समस्याओं को आसान भाषा में प्रस्तुत कर देती हैं. और कुछ पल के लिए हमलोग इस Humorous Hindi Poem को सुनकर अपनी सभी समस्याओं को भूलकर मुस्करा उठते हैं.

हास्य कवियों ने अपनी हास्य कविताओं से जीवन की हर पहलू के साथ जीवन के सभी समस्याओं को सरल भाषा और मुस्कान के साथ अपनी हास्य कविता के दुवारा पेश किया हैं.

आइए अब निचे दिए गए कुछ बेहतरीन हास्य कविता को पढतें हैं. हमें आशा हैं. की यह Hindi Hasya Kavita आपको बहुत पसंद आएगी.

Table of Contents

बेहतरीन हास्य कविता । Funny Hindi Poems । Funny Kavita in Hindi 2023 । Hasya Kavita । Hindi Funny Poetry

एक मित्र मिले, बोले । Funny Hindi Poems

एक मित्र मिले, बोले, “लाला, तुम किस चक्की का खाते हो?
इस डेढ़ छटांक के राशन में भी तोंद बढ़ाए जाते हो।

क्या रक्खा माँस बढ़ाने में, मनहूस, अक्ल से काम करो।
संक्रान्ति-काल की बेला है, मर मिटो, जगत में नाम करो।”

हम बोले, “रहने दो लेक्चर, पुरुषों को मत बदनाम करो।
इस दौड़-धूप में क्या रक्खा, आराम करो, आराम करो।

आराम ज़िन्दगी की कुंजी, इससे न तपेदिक होती है।
आराम सुधा की एक बूंद, तन का दुबलापन खोती है।

आराम शब्द में ‘राम’ छिपा जो भव-बंधन को खोता है।
आराम शब्द का ज्ञाता तो, विरला ही योगी होता है।

सलिए तुम्हें समझाता हूँ, मेरे अनुभव से काम करो।
ये जीवन, यौवन क्षणभंगुर, आराम करो, आराम करो।

पिया का घर खटारा लगे। hasy kavita in hindi

चिड़ियों जैसे दिन रहे ,कलियों जैसी रात।
लड़ना मिलना झगड़ना , बात और बिनबात।।

बात और बिनबात , समय से शादी हो गई।
पिया पियारी रात , अरे जीते जी मर गई।।

अब तो लकड़ी तेल रात चिंता कर जगे।
कोई मायके को भेजो संदेश , पिया का घर खटारा लगे।

– dr. Akhand prakash

हम स्कूल रोज हैं जाते । Hindi Comedy Poems

हम स्कूल रोज हैं जाते,
शिक्षक हमको पाठ पढ़ाते।

दिल बच्चों का कोरा कागज,
उस पर ज्ञान अमिट लिखवाते।

जाति-धर्म पर लड़े न कोई,
करना सबसे प्रेम सिखाते।

हमें सफलता कैसे पानी,
कैसे चढ़ना शिखर बताते।

सच तो ये है स्कूलों में,
अच्छा इक इंसान बनाते।

बिल्ली मौसी चली बनारस । Funny Hindi Poems

बिल्ली मौसी चली बनारस,
लेकर झोला डंडा |
गंगा तट पर मिला उन्हें तब,
मोटा चूहा पंडा |

चूहा बोला – बिल्ली मौसी,
चलो करा दू पूजा |
मुझ सा पंडा यहाँ घाट पर,
 नहीं मिलेगा दूजा |

बिल्ली बोली – ओ पंडा जी,
भूख लगी है भारी |
पूजा नहीं, पेट पूजा की,
करो तुरंत तैयारी |

समझ गया चूहा, बिल्ली,
मौसी का पंगा जी में |
टिका चन्दन छोड़ घाट पर
कूदा गंगा जी में ||

सूर्य कुमार पांडेय 

वेटिंग रूम में फँसे । Hasya Kavita

‘काका’ वेटिंग रूम में फँसे देहरादून ।
नींद न आई रात भर, मच्छर चूसें खून ॥

मच्छर चूसें खून, देह घायल कर डाली ।
हमें उड़ा ले ज़ाने की योजना बना ली ॥

किंतु बच गए कैसे, यह बतलाएँ तुमको ।
नीचे खटमल जी ने पकड़ रखा था हमको ॥

हुई विकट रस्साकशी, थके नहीं रणधीर ।
ऊपर मच्छर खींचते नीचे खटमल वीर ॥

नीचे खटमल वीर, जान संकट में आई ।
घिघियाए हम- “जै जै जै हनुमान गुसाईं ॥

पंजाबी सरदार एक बोला चिल्लाके – |
त्व्हाणूँ पजन करना होवे तो करो बाहर जाके ॥

काका हाथरसी

सीधा अस्पताल जा पहुंचा । Funny Hindi Poems

सीधा अस्पताल जा पहुंचा,
भालू जब बीमार पड़ा |
मोटापे के मारे उसका,
बना हुआ था पेट घड़ा |

अस्पताल में बड़े ध्यान से,
उसका रोज इलाज हुआ |
थोड़ा मोटापन घट जाये,
सबने मांगी यही दुआ |

कई दिनों तक पड़ा रहा यों,
अस्पताल में भालू बंद |
डॉक्टर जी ने तुरंत कर दिए,
उसके आलू चीनी बंद ||

डॉक्टर बोला । Funny Kavita in Hindi

डॉक्टर बोला-
दूसरों की तरह
क्यों नहीं जीते हो,
इतनी क्यों पीते हो?

वे बोले-
मैं तो दूसरों से भी
अच्छी तरह जीता हूँ,
सिर्फ़ एक पैग पीता हूँ।

एक पैग लेते ही
मैं नया आदमी
हो जाता हूँ,
फिर बाकी सारी बोतल

उस नए आदमी को ही
पिलाता हूँ।

अशोक चक्रधर

भालू की माँ बोली कालू । Funny Poems in Hindi

भालू की माँ बोली कालू
आ तुझको नहला दूँ |
गा लगाकर साबुन बेटा ,
सारा मैल छुड़ा दूँ |

भागा भालू ज्यों ही माँ ने,
डाला ठंडा पानी ,
लगा चीखने जोर जोर से,
याद आ गयी नानी |

हास्य कविता – एक बार हमें करनी पड़ी । Funny Poems in Hindi

एक बार हमें करनी पड़ी रेल की यात्रा
देख सवारियों की मात्रा
पसीने लगे छूटने
हम घर की तरफ़ लगे फूटने

इतने में एक कुली आया
और हमसे फ़रमाया
साहब अंदर जाना है?
हमने कहा हां भाई जाना है

उसने कहा अंदर तो पंहुचा दूंगा
पर रुपये पूरे पचास लूंगा
हमने कहा समान नहीं केवल हम हैं
तो उसने कहा क्या आप किसी सामान से कम हैं ?

जैसे तैसे डिब्बे के अंदर पहुचें
यहां का दृश्य तो ओर भी घमासान था
पूरा का पूरा डिब्बा अपने आप में एक हिंदुस्तान था
कोई सीट पर बैठा था, कोई खड़ा था
जिसे खड़े होने की भी जगह नही मिली वो सीट के नीचे पड़ा था

इतने में एक बोरा उछालकर आया ओर गंजे के सर से टकराया
गंजा चिल्लाया यह किसका बोरा है ?
बाजू वाला बोला इसमें तो बारह साल का छोरा है

तभी कुछ आवाज़ हुई और
इतने मैं एक बोला चली चली
दूसरा बोला या अली
हमने कहा काहे की अली काहे की बलि
ट्रेन तो बगल वाली चली

हुल्लड़ मुरादाबादी

बन्दर मामा बी.ए पास । Funny Hindi Poems

बन्दर मामा बी.ए पास|
दुल्हन लाये एम. ए. पास |
मामा बोले – घूंघट कर,
ममी बोली – मुझसे डर |

मै लड़की हूँ एम. ए. पास,
मेने खोदी नहीं है घास |

रोटी नहीं बनाउंगी |
बन्दर बोला – क्यों-क्यों-क्यों,
बंदरिया बोली – खों खों खों ||

संतोष कुवंर 

बड़े आलसी भालूराम । Hindi Funny Poetry

बड़े आलसी भालूराम,
सारे दिन करते आराम।

बेच खा गए नई किताबें
जूते, चप्पल और जुराबें,
मास्टर जी का डंडा खाकर,
क्यों रोते अब चालूराम?

हाथ हाथ पर रखकर बैठे,
रहते हैं ये दिन भर ऐंठे,
इसीलिए तो लोग इन्हें सब
कहते हैं अब टालूराम!

सबसे लड़ते और झगड़ते
दिन-दिन भर ये मन में कुढ़ते,
झल्लाते हैं, झुँझलाते हैं
बिना बात झगड़ालूराम

अरे अरे क्या करती बकरी । Funny Poems for Kids

अरे अरे क्या करती बकरी,
घास परायी चरती बकरी |

बकरी बकरी उधर ना जा ,
इधर चली आ , आ , आ , आ ,

वहीँ पकड़ ली जाएगी,
मै मै मै चिल्लायेगी ||

बेहतरीन हास्य कविता – बड़े आलसी भालूराम । Funny Poems for Kids

बड़े आलसी भालूराम,
सारे दिन करते आराम।

बेच खा गए नई किताबें
जूते, चप्पल और जुराबें,
मास्टर जी का डंडा खाकर,
क्यों रोते अब चालूराम?

हाथ हाथ पर रखकर बैठे,
रहते हैं ये दिन भर ऐंठे,
इसीलिए तो लोग इन्हें सब
कहते हैं अब टालूराम!

सबसे लड़ते और झगड़ते
दिन-दिन भर ये मन में कुढ़ते,
झल्लाते हैं, झुँझलाते हैं
बिना बात झगड़ालूराम!
प्रकाश मनु

कितनी अच्छी कितनी प्यारी । Funny Hindi Poems

कितनी अच्छी कितनी प्यारी,
सब पशुओ से न्यारी गाय |

सारा दूध हमें दे देती,
आओ इसे पीला दे चाय ||

एक नेताजी के घर । Funny Poem in Hindi

एक नेताजी के घर
एक साथ
तीन बच्चे पैदा हुए

पहला बहरा
दूसरा गूंगा
और तीसरा अंधा।

नेताजी घबरा गए
ये गांधी जी के तीन बंदर
मेरे घर में कैसे आ गए?

उन्होंने कहा, ‘या अली
इन भिखारियों को
जन्म देने के लिए

तुझे और कोई जगह नहीं मिली।’
आवाज आई –
आम आदमी को मिला है
बहरा कानून

गूंगा संविधान
और अंधी योजनाएं।
बेटे तू बेकार घबराया है
मैंने कोई करिश्मा

नहीं दिखाया है
मैंने तो बच्चों के रूप में
तेरे पास भारतवर्ष का
सिर्फ एक सैंपल भिजवाया है।

हुल्लड़ मुरादाबादी

मिस्टर भैंसानंद का फूल रहा था पेट । Hasya Kavita in Hindi

मिस्टर भैंसानंद का फूल रहा था पेट,
पीते थे दिन-रात में, दस पैकिट सिगरेट।

दस पैकिट सिगरेट डाक्टर गोयल आए
दिया लैक्चर तंबाकू के दोष बताए।

‘कैंसर हो जाता ज्यादा सिगरेट पीने से,
फिर तो मरना ही अच्छा लगता, जीने से।’

बोले भैंसानंद जी, लेकर एक डकार,
आप व्यर्थ ही हो रहे, परेशान सरकार।

परेशान सरकार, तर्क है रीता-थोता,
सिगरेटों में तंबाकू दस प्रतिशत होता।

बाकी नव्वै प्रतिशत लीद भरी जाती है,
इसीलिए तो जल्दी मौत नहीं आती है।

काका हाथरसी

वेटिंग रूम में फँसे । Award Winning Hindi Hasya Kavita

hasya kavita in hindi for class 2

‘काका’ वेटिंग रूम में फँसे देहरादून।
नींद न आई रात भर, मच्छर चूसें खून।।

मच्छर चूसें खून, देह घायल कर डाली।
हमें उड़ा ले ज़ाने की योजना बना ली।।

किंतु बच गए कैसे, यह बतलाएँ तुमको।
नीचे खटमल जी ने पकड़ रखा था हमको।।

हुई विकट रस्साकशी, थके नहीं रणधीर।
ऊपर मच्छर खींचते नीचे खटमल वीर।।

नीचे खटमल वीर, जान संकट में आई।
घिघियाए हम- “जै जै जै हनुमान गुसाईं।।

पंजाबी सरदार एक बोला चिल्लाके।
त्व्हाणूँ पजन करना होवे तो करो बाहर जाके।।

हिंदी हास्य कविता फॉर स्टूडेंट्स । Hindi Hasya Kavita for Students

गुरु आपकी ये अमृत वाणी
हमेशा मुझको याद रहे

जो अच्छा है जो बुरा है
उसकी हम पहचान करे

मार्ग मिले चाहे जैसा भी
उसका हम सम्मान करे

दीप जले या अँगारे हो
पाठ तुम्हारा याद रहे

अच्छाई और बुराई का
जब भी हम चुनाव करे

गुरु आपकी ये अमृत वाणी
हमेशा मुझको याद रहे।

कैसे ट्रेन चलती है? । Hindi Hasya Kavita for Students

हम दौड़ें तो गिर-गिर जाएँ
दौड़े ट्रेन न गिरती है।
पतली-पतली पटरी पे
छुक-छुक करके चलती है।।

सनसन चाल निराली इसकी
हवा से बातें करती है।
दिन हो या सावन की रात
ये तो चलती रहती है।।

सर्दी, गर्मी, वर्षा, आंधी
हम सबके हित सहती है।
पापा को घर से ले जाये
वापस भी ले आती है।।

सैर कराए हमें घुमाये
लेकिन कभी न थकती है।
गाँव नदी गिर शहर दिखाए
जंगल में न डरती है।।

जहाँ हो चढ़ना हमें उतरना
आकर वहाँ ये रूकती है।
जब-जब बोले तेजी से
डर हमको तब लगती है।।

जो भी जाये उसे घुमाये
सबकी सेवा करती है।
मेरे जैसे सेवा सीखो
हम सबसे भी कहती है।।

देखो! देखो! वह देखो!
प्यारी ट्रेन गुजरती है।
एक खराबी इसमें केवल
काला धुआँ उगलती है।।

टीचर जी । Short Hasya Kavita in Hindi

टीचर जी!
मत पकड़ो कान।
सरदी से हो रहा जुकाम।।
लिखने की नही मर्जी है।

सेवा में यह अर्जी है।।
ठण्डक से ठिठुरे हैं हाथ।
नहीं दे रहे कुछ भी साथ।।
आसमान में छाए बादल।

भरा हुआ उनमें शीतल जल।।
दया करो हो आप महान।
हमको दो छुट्टी का दान।।
जल्दी है घर जाने की।

गर्म पकोड़ी खाने की।।
जब सूरज उग जाएगा।
समय सुहाना आयेगा।।
तब हम आयेंगे स्कूल।
नहीं करेंगे कुछ भी भूल।।

छोटी हास्य कविता हिंदी में । Short Hasya Kavita in Hindi

है क्या एक दोस्त आज मैं आपको समझाती हूँ,
दोस्ती के वास्तविक अर्थ से मैं, आपको परिचित कराती हूँ,
पड़ी हो भारी भीड़ या कोई विकट आपत्ति,
साथ न हो जब जीवन में, कोई भी साथी संगी।

ऐसी अवस्था में दोस्त आगे बढ़कर आता है,
भरी विपत्ति से भी, अपने दोस्त को आजाद कराता है,
किसी जाति, धर्म या वंश से उसकी पहचान ना होती है,
उस दोस्त की सच्ची दोस्ती ही एक मिशाल होती है।

हर खूनी रिश्ते से ऊपर होता है औहदा जिसका,
गंगा जल के जैसा पवित्र होता है सच्चे दोस्त का रिश्ता,
बहती रहती है सदा जिसकी निर्मल पवित्र धारा,
होता है वो दोस्त जग में सबसे निराला

पग-पग पर दोस्ती निभाने के लिए मचलता हो दिल जिसका,
होता है वो दोस्त वास्तव में मन का सच्चा,
ऐसा दोस्त मिलना जग में एक मुकाम पाने के समान है,
थाम लो ऐसे दोस्त का हाथ अगर वो आपके साथ है।।

Hasya Kavita in Hindi for Class 8

शिक्षक है शिक्षा का सागर,
शिक्षक बांटें ज्ञान बराबर,
शिक्षक मंदिर जैसी पूजा,
माता-पिता का नाम है दूजा,

प्यासे को जैसे मिलता पानी,
शिक्षक है वो ही जिंदगानी,
शिक्षक न देखे जात-पात,
शिक्षक न करता पक्ष-पात,

निर्धन हो या हो धनवान,
शिक्षक को सब एक सामान।
शिक्षक माझी नाव किनारा,
शिक्षक डूबते को सहारा,

शिक्षक का सदा ही कहना,
श्रम लगन है सच्चा गहना।

बच के कहाँ जाओगी रानी । Funny Hindi Poems

बच के कहाँ जाओगी रानी!
हमसा कहाँ पाओगी रानी!
इतने दिनों से नज़र है तुझपे,
रोच गच्चा दे जाती है!
आज तो मौका हाथ आया है!
बस तुम हो और,
बस मैं हूँ, बस!
बंद अकेला और कमरा है!
इतने दिनों से सोच रहा हूँ,
अपने अरमां उड़ेल दूँ,
सारे तुझ पर,
आज तू अच्छी हाथ आई है!
करूँगा सारे मंसूबे पूरे!
आज तो चाहे जो हो जाए,
छोड़ूगा नहीं,
ऐ सोच!
तुझे,
कविता बनाए बिना!!!

हिंदी हास्य कविता । Funny Kavita in Hindi

कोई फर्क नहीं पड़ता
कोई फर्क नहीं पड़ता
इस देश में राजा रावण हो या राम,
जनता तो बेचारी सीता है

रावण राजा हुआ
तो वनवास से चोरी चली जाएगी
और राम राजा हुआ
तो अग्नि परीक्षा के बाद

फिर वनवास में भेज दी जाएगी।
कोई फर्क नहीं पड़ता
इस देश में राजा कौरव हो या पांडव,
जनता तो बेचारी द्रौपदी है

कौरव राजा हुए
तो चीर हरण के काम आएगी
और पांडव राजा हुए
तो जुए में हार दी जाएगी।

कोई फर्क नहीं पड़ता
इस देश में राजा हिन्दू हो या मुसमान,
जनता तो बेचारी लाश है,
हिन्दू राजा हुआ

तो जला दी जाएगी
और मुसलमान राजा हुआ
तो दफना दी जाएगी।

उम्मीद करूँगा की आप को ये best 50+ Funny Poems in Hindi । व्यंग्यात्मक कविताएं । Humorous Hindi Poem पसंद आई होगी और आपसे निवेदन करूंगा कि ज्यादा से ज्यादा आप इस  हास्य कविता पर कविता को अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों को भी शेयर जरूर करें धन्यवाद

Leave a Comment