नन्ही परी की कहानी । Pari Ki Kahani (fairy tales in hindi)

5/5 - (1 vote)

नन्ही परी की कहानी । Pari Ki Kahani (fairy tales in hindi) : बहादुरगढ़ नामक एक राज्य था जिसमे एक राजा राज्य करता था. विक्रमगढ़ के राजा की दो रानियाँ थीं. बड़ी रानी कम सुन्दर थी और छोटी रानी अत्यधिक सुन्दर थी जिसके के कारण राजा छोटी रानी को अधिक प्रेम करते थे.

एक दिन छोटी रानी के कहने पर राजा बड़ी रानी पर बहुत नाराज़ हुआ. तो बड़ी रानी रोती हुई महल से जंगल की और चली गयी. एक नदी के किनारे, अनार के पेड़ के नीचे बैठ कर वो ज़ोर ज़ोर से रो रही थी कि तभी एक नन्ही सी परी प्रकट हुई. उस परी ने रानी से उसके रोने का कारण पूछा.

बड़ी रानी ने सब कुछ सच सच बता दिया. तब परी बोली, ” ठीक है, मैं जैसा कहती हूँ, वैसा ही करो, न ज़्यादा न कम. पहले इस नदी में तीन डुबकी लगाओ और फिर इस अनार के पेड़ से एक अनार तोड़ो. ” और ऐसा कह कर परी गायब हो गयी.

500+ मजेदार पहेलियां । Best Paheliyan In Hindi With Answer 2023

बड़ी रानी ने वैसा ही किया जैसा कि परी ने कहा था. जब रानी ने पहली डुबकी लगाई तो उसके शरीर का रंग और साफ़ हो गया, सौंदर्य और निखर गया. दूसरी डुबकी लगाने पर उसके शरीर में सुंदर कपड़े और ज़ेवर आ गये. तीसरी डुबकी लगाने पर रानी के सुंदर लंबे काले घने बाल आ गये.

इस तरह रानी बहुत सुंदर लगने लगी. नदी से बाहर निकल कर रानी ने परी के कहे अनुसार अनार के पेड़ से एक अनार तोड़ा. उस अनार के सारे बीज सैनिक बन कर फूट आये और रानी के लिये एक तैयार पालकी में उसे बिठा कर राज्य में वापस ले गये.

Pariyon Ki Kahani । fairy tales in hindi story

राजमहल के बाहर शोर सुन कर राजा ने अपने मंत्री से पता करने कहा कि क्या बात है. मंत्री ने आकर ख़बर दी कि बड़ी रानी का जुलूस निकला है. राजा ने तब बड़ी रानी को महल में बुला कर सारी कहानी सुनी और पछताते हुये इस बार छोटी रानी को राज्य से बाहर निकल जाने का आदेश दिया.

छोटी रानी ने पहले ही परी की कहानी सुन ली थी. वो भी राज्य से बाहर जा कर अनार के पेड़ के नीचे, नदी किनारे जा कर रोने लगी. पिछली बार जैसे ही इस बार भी परी प्रकट हुई.

परी ने छोटी रानी से भी उसके रोने का कारण पूछा. छोटी रानी ने झूठ मूठ बड़ी रानी के ऊपर दोष लगाया और कहा कि उसे बड़ी रानी महल से बाहर निकाल दिया है.

1 से 100 तक हिन्दी में गिनती । Hindi Ginti 1 To 100

तब परी बोली, ” ठीक है, मैं जैसा कहती हूँ, वैसा ही करो, न ज़्यादा न कम. पहले इस नदी में तीन डुबकी लगाओ और फिर इस अनार के पेड़ से एक अनार तोड़ो.” और ऐसा कह कर परी गायब हो गयी.

छोटी रानी ने ख़ुश हो कर नदी में डुबकी लगाई. जब रानी ने पहली डुबकी लगाई तो उसके शरीर का रंग और साफ़ हो गया, सौंदर्य और निखर आया. दूसरी डुबकी लगाने पर उसके शरीर पर सुंदर कपड़े और ज़ेवर आ गये.

तीसरी डुबकी लगाने पर रानी के सुंदर लंबे काले घने बाल आ गये. इस तरह रानी बहुत सुंदर लगने लगी. जब छोटी रानी ने ये देखा तो उसे लगा कि अगर वो तीन डुबकी लगाने पर इतनी सुंदर बन सकती है, तो और डुबकिय़ाँ लगाने पर जाने कितनी सुंदर लगेगी.

इसलिये, उसने एक के बाद एक कई डुबकियाँ लगा लीं. मगर उसका ऐसा करना था कि रानी के शरीर के सारे कपड़े फटे पुराने हो गये, ज़ेवर गायब हो गये, सर से बाल चले गये और सारे शरीर पर दाग़ और मस्से दिखने लगी.

कहानी से सीख

छोटी रानी ऐसा देख कर दहाड़े मार मार कर रोने लगी. फिर वो नदी से बाहर आई और अनार के पेड़ से एक अनार तोड़ा. उस अनार में से एक बड़ा सा साँप निकला और रानी को खा गया इस कहानी से हमें यही शिक्षा मिलती है कि कभी दूसरो का बुरा नहीं चाहना चाहिए और ना ही लालच करनी चाहिए.

Leave a Comment