छत्तीसगढ़ की राजधानी क्या है संपूर्ण जानकारी [2024]

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 छत्तीसगढ़ की राजधानी के बारे सम्पूर्ण जानकारियाँ 
Chhattisgarh ki Rajdhani kahan hai | Chhattisgarh ki Rajdhani kya hai
छत्तीसगढ़ की राजधानी के बारे सम्पूर्ण जानकारियाँ

Chhattisgarh ki Rajdhani : दोस्तों छत्तीसगढ़ की राजधानी के बारे में जानने से पहले आपको छत्तीसगढ़ के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें जानना बहुत ही जरूरी है. छत्तीसगढ़ क्या है. chhattisgarh ki rajdhani kya hai छत्तीसगढ़ के इतिहास के बारें में, छत्तीसगढ़ का गठन (निर्माण ) कब हुआ था।

तो दोस्तों मैं आपको बता दूँ की छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है. जिसे छत्तीसगढ़ में धान की अधिक पैदावार होने के कारण इसे धान का कटोरा भी कहाँ जाता। जिसका निर्माणआज से लगभग 21 वर्ष पूर्व

1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ के मुख्यामंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा किया गया था। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे दोस्तों की छत्तीसगढ़ के राजधानी कहां स्थित है. (Chhattisgarh ki rajdhani kahan hai) या छत्तीसगढ़ की राजधानी क्या है ? chhattisgarh ki rajdhani kya hai छत्तीसगढ़ के राजधानी के बारें में (Capital of Chhattisgarh) जानेगे सम्पूर्ण बातें छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कौन-कौन से हैं.

मैं आपको छत्तीसगढ़ की राजधानी के बारे में पूरे A 2 Z विस्तार से बताने वाला हूँ. तो इस पोस्ट को आप पूरा ध्यान से पढ़ें। तब आप छत्तीसगढ़ के राजधानी , chhattisgarh ki rajdhani kya hai के बारे में सारी बातें जान पाएंगे ।

छत्तीसगढ़ की राजधानी कहां है । Chhattisgarh ki rajdhani kahan hai

छत्तीसगढ़ की राजधानी कहां है | Chhattisgarh ki rajdhani kahan hai
छत्तीसगढ़ की राजधानी कहां है । Chhattisgarh ki rajdhani kahan hai

Chhattisgarh ki rajdhani : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर है. जिसे 1 नवंबर सन 2000 को मध्य प्रदेश राज्य से अलग होकर एक नए राज्य का गठन किया गया । जिसे छत्तीसगढ़ के नाम से जाना जाता है.

छत्तीसगढ़ को प्राचीन काल मैं दक्षिण कौशल से भी जाना जाता था । छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर जिले और रायपुर संभाग का प्रशासनिक मुख्यालय और राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है. Chhattisgarh ki rajdhani Raipur यह मध्य भारत में एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र बन गया है.

केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MOHUA) द्वारा रायपुर राजधानी को ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2019 में 7वां और म्यूनिसिपल परफॉर्मेंस इंडेक्स 2020 में 7वां स्थान दिया गया है.

छत्तीसगढ़ की राजधानी Raipur में विभिन्न प्रकार के जाती धर्म , प्रांत वाले लोग निवास करते है. जिसका राजकीय भाषा छत्तीसगढ़ी है. इसके आलावा यहाँ हिंदी , उर्दू ,तेलगु ,मराठी , बंगाली ,पंजाबी, उड़िया , आदि बोली जाती है.

छत्तीसगढ़ की राजधानी क्या है । Chhattisgarh ki Rajdhani kya hai

छत्तीसगढ़ की राजधानी क्या है : (chhattisgarh ki rajdhani kya hai) इस संबंध में हम कह सकते है की राजधानी वह किसी भी राज्य की या , राष्ट्र की सर्वोच्च तथा सबसे बड़ी जगह होती है.

जहाँ पर सरकार व उसके सत्ता व उसके मंत्री गन होते है. जो एक शहर होता है, जहाँ संबंधित सरकार के दफ़्तर और सरकारी काम – काज होते है. और आम तौर पर जहाँ क़ानून बनाया जाता है।

अर्थात जहा निर्मित होता है उसे राजधानी कहाँ जाता’है. आशा करता हूँ आपको छत्तीसगढ़ की राजधानी क्या है chhattisgarh ki rajdhani kya hai के संबंध में सरल व स्पष्ट जवाब मिल गया होगा

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की जनसंख्या

राजधानी रायपुर की जनसंख्या यदि बात करें छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की जनसंख्या और क्षेत्रफल की दो इस शहर का क्षेत्रफल लगभग 226 km ² यानी लगभग 87 वर्ग मील जितना है, एवं समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 298.15 मीटर यानी  लगभग 978 फी० है। जो जनसंख्या की दृष्टि कोण से यह एक परिपूर्ण शहर है,

साल 2011 में हुई जनगणना के अनुसार  यहां की जनसंख्या 10 लाख से अधिक लगभग 1010088 है, जिससे यहां का जनसंख्या घनत्व 4470 व्यक्ति प्रति km ² हो जाता है।

वही बात करें लिंगानुपात की तो यहां प्रति हजार पुरुष 946 महिलाएं हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की साक्षरता दर 86.90%  जितना है। एवं पुरुषों और महिलाओं की  अलग-अलग जनसंख्या में पुरुष साक्षरता दर  92.39% एवं महिला साक्षरता दर 81.10% है। पुरुषों की तुलना में महिला साक्षरता दर  कम देखी गई है।

भौगोलिक स्थिति के बारे में रायपुर शहर जो कि छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शहर है. खारून नदी के तट पर बसा है। इस शहर के पूर्व में महानदी बहती है और इसके उत्तर पश्चिम में मैकाल पहाड़ियां स्थित है। भारत के छत्तीसगढ़ में मैदानी क्षेत्र ज्यादा मौजूद है, रायपुर शहर भी एक बड़े मैदानी क्षेत्र जिसे छत्तीसगढ़ का मैदान भी कहा जाता है उसके मध्य में स्थित है।

छत्तीसगढ़ की नई राजधानी

छत्तीसगढ़ की नई राजधानी नया रायपुर यह वर्तमान रायपुर से २४ किमी दूर बसाया गया एक नया शहर है, छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की नई राजधानी में बदलने की योजना बना रही है.

नया रायपुर का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर अटल नगर करने का योजना बनाया जा रहा है. सीएम डाॅ. रमन सिंह ने एक कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया।

बिलासपुर यूनिवर्सिटी का नामकरण भी अटल जी के नाम पर ही होगा।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शैक्षणिक संस्थान

छत्तीसगढ़ की शैक्षणिक संस्थानों में राजधानी रायपुर शहर के कुछ महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान मौजूद है. जिनमें कई विश्वविद्यालय, स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान शामिल है।

विश्वविद्यालयों में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 10 ऐसे विश्वविद्यालय हैं. जो छत्तीसगढ़ में बहुत ज्यादा लोकप्रिय है. जिनमें इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय,  हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय, एवं आयुष्य एवं चिकित्सा विश्वविद्यालय, कलिंगा यूनिवर्सिटी रायपुर , एमिटी यूनिवर्सिटी , पंडित दीनदयाल उपाधय यूनिवर्सिटी, आदि शामिल है।

साथ ही  यहां इंजीनियरिंग की शिक्षा के लिए राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान यानी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) भी है। चिकित्सा के क्षेत्र में रायपुर के चार चिकित्सा महाविद्यालय हैं जिनमें जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, होम्योपैथिक महाविद्यालय, शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय, एवं शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय का नाम आता है।

NIT के अलावा तीन और अभियांत्रिकी महाविद्यालय जिनमें रायपुर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, दिशा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट है।

शिक्षा के अन्य क्षेत्र जैसे कला, वाणिज्य, विज्ञान आदि के क्षेत्र में शासकीय छत्तीसगढ़ महाविद्यालय, शासकीय विज्ञान महाविद्यालय जैसे संस्थान है।

ओपन यूनिवर्सिटी यानी मुक्त विश्वविद्यालय में यहां पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय है।

राजधानी रायपुर की अर्थव्यवस्था

अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में राजधानी रायपुर छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है।

भारत के प्राकृतिक संसाधन , खनिज  समृद्ध राज्यों में से छत्तीसगढ़ एक है यहां लौह अयस्क, तांबा, बॉक्साइट, चूना पत्थर, कोयला , तांबा , टीन , और अभ्रक एवं कुछ अन्य खनिजों के उल्लेखनीय भंडार हैं।

छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के देवभोग में हीरे के भंडार मिले हैं जिनसे हीरा मिलने पर यहां की अर्थव्यवस्था को बहुत फायदा होगा। पूरे छत्तीसगढ़ और उसके 67 उड़ीसा के लिए रायपुर थोक की मंडी की भूमिका निभाता है।

साथ ही औद्योगिक  दृष्टिकोण से भी यह शहर  परिपूर्ण बन रहा है। भारत के 26 राज्य के रूप में 1 नवंबर 2000 को गठित छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर का प्रशासनिक केंद्र एक विश्वस्तरीय परियोजना के अंतर्गत ‘नया रायपुर’ को बनाया गया है, जिस की स्थिति रायपुर से 25 किलोमीटर की दूरी पर है।

नया रायपुर के गठन के लिए कुल 80000 हेक्टेयर से अधिक के क्षेत्रफल की भूमि का अधिग्रहण किया गया है।

यहां पर एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भी बनाया गया है, जिसकी स्थापना 11 सितंबर 2008 को छत्तीसगढ़ के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के रूप में की गई थी,भारत के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम ईडन गार्डन के  बाद यह देश का दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है जिसकी दर्शक क्षमता 60,000 है।

राजधानी रायपुर के पर्यटक स्थल । राजधानी के धार्मिक स्थल के नाम

पर्यटन के दृष्टिकोण से भी रायपुर में कई पर्यटक स्थल है. जिनमें पर्यटक जा सकते हैं। यहां के मुख्य पर्यटक स्थलों में जंगल सफारी है. जो 203 हेक्टेयर पर फैला एशिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित जंगल सफारी है।

जो नया रायपुर के माण्डवा छेत्र में स्थित है. हटकेश्वर महादेव मंदिर रायपुर शहर में खारून नदी के तट पर स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर है. माता कौशल्या का मंदिर जो पुरे भारतवर्ष में एक मात्र माता कौशल्या जी का मंदिर है.

अन्य पर्यटक स्थल में अगर बात की जाए तो नगर घड़ी है. जो की हर घंटे राहगीरों को छत्तीसगढ़ी लोक धुन सुनाती है। दूसरे पर्यटन स्थलों में, स्वामी विवेकानंद सरोवर जिसका लोकप्रिय नाम बूढ़ा तालाब हैं. 

जो कि राजधानी रायपुर शहर का सबसे बड़ा तालाब है, इसके बीच में एक छोटे द्वीप पर उद्यान का निर्माण किया गया है। जो पर्यटक को अपने और आकर्षित करती है.

राजीव गांधी ऊर्जा पार्क है. जो हरियाली, रंगीन फूलों, आकर्षक फव्वारे और अनूठे झरने के साथ सुंदर उद्यान से घिरा हुआ है जो रायपुर से लगभग 7 किलोमीटर दूर स्थित है. महंत घासी दास संग्रहालय, यहां के अन्य दर्शनीय स्थलों में आता है। यहां हिंदुओं के आराध्य भगवान राम का लगभग 600 साल पुराना दूधाधारी मठ मंदिर भी स्थित है.

जो कि श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनती है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के अन्य पर्यटक स्थलों की जानकारी संछेप में दी है. जिसे आप निचे पढ़ सकते है.

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Chhattisgarh ki Rajdhani Raipur Jungle Safari

1. जंगल सफारी – जंगल सफारी नया रायपुर क्षेत्र के माण्डवा ग्राम में स्थित है जो लगभग 203 हेक्टेयर पर विस्तृत एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा मानव निर्मित जंगल सफारी है।

यहां पर जंगली जानवरों के संरक्षण, संवर्धन एवं पर्यावरणाय विविधता के संरक्षण हेतु आवश्यक उपाय किये गये हैं।

जो वन्य प्राणियों के प्रति आम जनता में और विशेष रूप से नई पीढ़ी में आकर्षण और जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहां पर वन्य प्राणियों को स्वतंत्र विचरण करते हुये सैलानी बंद गाड़ियों में बैठकर उनका आनंद लेते हैं जो कि इस परियोजना के निर्माण का प्रमुख उद्देश्य भी है।

 हटकेश्वर मंदिर रायपुर, Chhattisgarh ki Rajdhani
हटकेश्वर मंदिर रायपुर

2. हटकेश्वर महादेव मंदिर – हटकेश्वर मंदिर रायपुर शहर में खारून नदी के तट पर स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थलों में से एक है।

सन् 1402 ई. में कल्चुरि नरेश ब्रम्हदेव राय के शासनकाल के दौरान इस भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया था। मंदिर के गर्भगृह में विराजित शिवलिंग को स्वयंभू माना जाता है।

यहां श्रद्धालुजन देश के कोने-कोने से महादेव के दर्शन करने, प्रार्थना करने और मनवांछित फल पाने हेतु हज़ारों की संख्या में आते हैं। प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा के दिवस भव्य मेले का आयोजन किया जाता है।

माता कौशल्या का मंदिर, Chhattisgarh ki Rajdhani kahan hai | Chhattisgarh ki Rajdhani kya hai
माता कौशल्या का मंदिर

3. माता कौशल्या का मंदिर – यह प्रसिद्ध मंदिर रायपुर के चंदखुरी (चंद्रपुरी) नगर में स्थित है जो भारतवर्ष में एकमात्र माता कौशल्या जी का मंदिर है। जहां रामलला उनकी गोद में विराजमान हैं। किंवदंतियों के अनुसार यह स्थल चंदखुरी माता कौशल्या की जन्मस्थली थी। इसलिए यहां इस मूर्ति का निर्माण किया गया है।

 चम्पारण (रायपुर) Chhattisgarh ki Rajdhani kahan hai | Chhattisgarh ki Rajdhani kya hai
चम्पारण (रायपुर)

4. चम्पारण (रायपुर) – चम्पारण नामक स्थल शुद्धद्वैतवाद के प्रवर्तक वल्लभाचार्य जी की जन्म स्थली है। वल्लभाचार्य जी चम्पारण से ही भगवान शिव के पुष्टि मार्ग के प्रवर्तक बने। यह स्थल चंदकेश्वर महादेव मंदिर के लिये भी जाना जाता है। यह रायपुर जिले में स्थित है।

 आरंग (रायपुर)  भाड़देवल (जैन मंदिर)   Chhattisgarh ki Rajdhani kahan hai | Chhattisgarh ki Rajdhani kya hai
आरंग (रायपुर) भाड़देवल (जैन मंदिर)

5.आरंग (रायपुर) – मंदिरों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध आरंग नगरी रायपुर जिले में स्थित है जो धार्मिक एवं पौराणिक स्थानों का केन्द्र का बिन्दु है। यहां जैनों का एक कलापूर्ण उत्कृष्ट मंदिर है जिसे लोग भाड़देवल (जैन मंदिर) के नाम से जानते हैं जिसके गर्भगृह में जैन तीर्थंकरों की मूर्तियां स्थापित है।

साथ ही यहां 11वीं सदी पूर्व का प्राचीन शिव मंदिर बाघेश्वर बाबा मंदेिवल मंदिर है। यहां पर प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के दिन भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। धार्मिक स्थलों की बहुलता के कारण प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।

छत्तीसगढ़ की राजधानी में कलचुरी राजवंश का शासन

14वीं सदी के अंत में वीर सिंहदेव के शासनकाल के दौरान रतनपुर की कलचुरि शाखा का दो भागों में विभाजन हो गया। मुख्य शाखा रतनपुर में राज्य करती रही तथा दूसरी शाखा रायपुर क्षेत्र में स्थापित हो गई और रायपुर को ही अपनी राजधानी

बनाया परन्तु रायपुर कलचुरि की राजधानी शुरुआती दौर में खल्लवाटिका (खल्लारी) थी और कालान्तर में रामचन्द्रदेव द्वारा अपने पुत्र बह्मदेव के नाम पर रायपुर शहर बसाया गया।

रामचन्द्रदेव ने अपनी राजधानी खल्लवाटिका के स्थान पर रायपुर को बनाया। 14वीं सदी के अंत में रतनपुर के राजा के एक रिश्तेदार लक्ष्मीदेव को प्रतिनिधि स्वरूप खल्लवाटिका भेजा गया और लक्ष्मीदेव वहीं का होकर रह गया।

लक्ष्मीदेव के पुत्र सिंघणदेव ने अपने शत्रुओं से शिवनाथ नदी के दक्षिण में स्थित 18 गढ़ों को जीत लिया। कालान्तर में उसने प्रभुसत्ता मानने से इंकार कर दिया और उसने स्वतंत्र सत्ता स्थापित कर ली।

सिंधणदेव के बाद उसका पुत्र रामचन्द्र (रायदेव) रायपुर का शासक बना। उसके बाद ब्रह्मदेव ने रायपुर की सत्ता संभाली। रायपुर के कलचुरि के अंतिम शासक अमरसिंहदेव थे (रायपुर गजेटियर के अनुसार) रतनपुर की

(CG PSC के अनुसार रामचन्द्रदेव कलचुरि वंश के संस्थापक थे और इनके पुत्र बह्मदेव थे जिनके नाम पर उन्होंने खारून नदी के तट पर रायपुर शहर एवं महादेवघाट का निर्माण कराया साथ ही महादेव घाट के समीप हटकेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना भी कराई)

(हिन्दी ग्रंथ अकादमी के अनुसार, लक्ष्मीदेव को रायपुर कलचुरि के लहुरी शाखा का संस्थापक माना गया है) इस शाखा के राजाओं ने रायपुर में अनेक तालाबों का निर्माण कराया, बूढ़ातालाब के समीप किला बनवाया।

दूधाधारी मंदिर क्षेत्र में तालाब एवं मंदिर बनवाये, खल्लारी में देवपाल नामक व्यक्ति द्वारा विष्णु मंदिर का निर्माण कराया गया तथा बलभद्र दास ने रायपुर के दुधाधारी मंदिर का निर्माण कराया।

सन् 1741 ई. मराठों का छत्तीसगढ़ पर आक्रमण हुआ और 1758 ई. को छत्तीसगढ़ में कल्चुरियों की सत्ता समाप्त हो गई।

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निष्कर्ष

दोस्तों हम उम्मीद करते है की आपको आज का हमारा यह जानकारी chhattisgarh ki rajdhani kya hai । chhattisgarh ki rajdhani, छत्तीसगढ़ की राजधानी के बारे में संपूर्ण जानकारी संपूर्ण जानकारी से अवगत हो गए हैं और मुझे यकीन है की आपको इस Article को पढ़कर काफी आसान और सरल , शब्दो में जानकारी मिली होगी.

तो यदि आपको हमारा यह आर्टिकल छत्तीसगढ़ की राजधानी क्या है, रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी कब बनी, रायपुर का पुराना नाम क्या है की जानकारी पसंद आया है तो आप इसे अपने मित्रों और परिवार संग साझा जरूर करे. जिससे वह लोग भी इस जानकारी का फायदा उठा पाए और यह जान सके धनयवाद. हमारा लेख आखिर तक पढ़ने के लिए

FAQ’S About Chhattisgarh ki Rajdhani

छत्तीसगढ़ की राजधानी का गठन कब किया गया ?

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर है. का गठन 1 नवंबर सन 2000 को मध्य प्रदेश राज्य से अलग होकर एक नए राज्य का गठन किया गया आगे चलकर जिसका नाम छत्तीसगढ़ राज्य पड़ा ।

Q.2 रायपुर का पुराना नाम क्या है ?

रायपुर का पुराना नाम खालवाटिका था.

Q.3 रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी कब बनी ?

 01 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश से कुछ गांव को अलग करके छत्तीसगढ़ का निर्माण किया गया जिसकी राजधानी रायपुर बना.

Q.4 सीजी का फुल फॉर्म क्या है ?

सीजी का फुल फॉर्म छत्तीसगढ़ है.

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