भारतीय क्रिकेट का इतिहास | History of Indian cricket in Hindi

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History of Cricket क्रिकेट का इतिहास हिंदी में All information of Cricket in  Hindi क्रिकेट की शुरुआत  Beginning of Cricket: आज भारत  पूरी दुनियाँ का भी सब से लोकप्रिय खेल क्रिकेट की शुरुआत इंग्लैंड England के जंगलो में बच्चो ने की थी। कुछ समय तक ये खेल सिर्फ बच्चो का ही खेल माना जाता था पर धीरे–धीरे बड़े लोगो ने भी ये खेल खेलना शुरू कर दिया। उस समय ऊन के गोलों से बॉल,छड़ी या किसी तरीके की लकड़ी को बल्ला और पेड़ो को स्टम्प बना कर खेला जाता था।

भारतीय क्रिकेट का इतिहास | History of Indian cricket in Hindi

फ्रेंच French भाषा के एक शब्द croquet से ही क्रिकेट नाम की उत्त्पति मानी जाती है। वैसे तो ये पता नहीं लग पाया की क्रिकेट वयस्कों में कब से खेला जा रहा है पर 1611 में  जब लोगो को चर्च जाने के बजाय क्रिकेट हुए गिरफ्तार किया गया तब इस खेल की लोकप्रियता सब के सामने आयी। इसके अलावा भी कई ऐसे प्रमाण मिलते है जिस से ये साबित हो जाता है की क्रिकेट बच्चो और वयस्कों दोनों में खेला जाता था।

धीरे–धीरे क्रिकेट की लोकप्रियता बहुत बढ़ने लगी ऐसा माना जाता है की 17 वीं शताब्दी में क्रिकेट इंग्लैंड से बाहर सब से  पहले उत्तरी अमेरिका में खेला गया और 18 वीं शताब्दी आते–आते वेस्ट इंडीस,ऑस्ट्रेलिया और भारत  में भी क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ी। 19वीं सदी का आरम्भ होते ही ये खेल न्यूज़ीलैंड और दक्षिण अफ्रीका भी खेला जाने लगा और इस तरह ही पूरे विश्व भर में क्रिकेट एक लोकप्रिय खेल बन गया।

भारत में क्रिकेट का इतिहास | History of cricket in India 

भारत में क्रिकेट का इतिहास History of cricket in India
भारत मेंक्रिकेट का इतिहास History of cricket in India 

जब 18 वीं सदी में इंग्लैंड अपना व्यापर और साम्राज्य अन्य देशो में फैला रहा था उस समय भारत भी उन दोनों में से एक था जहाँ ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा इस खेल का परिचय हुआ जब सदी के मध्य में ये खेल नाविकों द्वारा खेला गया।

HistoryofCricketक्रिकेट का इतिहास हिंदी में  ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रभाव जिन राज्यों में ज्यादा था उन राज्यों में क्रिकेट का प्रचार बड़ी जल्द हुआ जिसमे मुंबई,चेन्नई,कोलकत्ता जैसे राज्य शामिल थे समय ये एक शोक के तौर पर खेला जाता था,क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ने की वजह से  1792 में पहले क्रिकेट क्लब  निर्माण कोलकत्ता में हुआ।और पहला फर्स्ट क्लास मैच 1864 में चेन्नई खेला गया।इंग्लैंड की क्रिकेट टीम पहली बार 1890 में भारत में खेलने आयी। 

भारत के पहले क्रिकेटर | First Indian Cricketer

दोस्तों आज भारत में  ऐसा कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसने रणजी ट्राफी का नाम न सुना हो क्युकी ये ट्राफी एक बहुत पुराने इतिहास की गवाह है। ये ट्रॉफी भारत के पहले क्रिकेट खिलाडी श्री रणजीत सिंह जी के नाम को सम्मान देने के लिए इसके नाम पर राखी गयी है।

क्योकि श्री रणजीत सिंह से इंग्लैंड क्रिकेट टीम को बहुत लगाव था. इसलिए उन्हें प्यार से रणजीत न कह कर रणजी बुलाते थे। बाद में रणजीत सिंह जी अपने इसी नाम  “रणजी” से लोकप्रिय हुए। आप को ये जान कर हैरानी भी होगी की भले ही  श्री रणजीत सिंह जी भारत के पहले क्रिकेट प्लेयर थे पर उन्होंने अपना पहला मैच भारत के लिए नहीं बल्कि इंग्लैंड के लिए खेला था  1896 मे ऑट्रेलिया के साथ खेला गया था।

इस पहले ही मैच में रणजीत सिंह जी की बल्लेबजी ने सबका दिल जीत लिया क्योकि उन्होंने एक पारी में  62 और दूसरी पारी में 154 रन बनाये। श्री रणजीत जी  जैसा “लेग कट” कोई और बल्लेबाज नहीं कर पता था यहाँ तक की इन्होने” लेग ग्लांस” (जो की एक स्ट्रेट बैट शॉर्ट होता है)का अविष्कार किया।

उस समय दो तरीके के क्रिकेट मैच हुआ करते थे एक मैच जिसे फर्स्ट क्लास मैच कहा जाता था दूसरा टेस्ट मैच के नाम से जाना जाता था। रणजीत सिंह जी ने कई टेस्ट और फर्स्ट क्लास मैच खेले और अपनी बल्लेबाजी से पुरे विश्व में छा गए। इनके बाद इस परंपरा को रणजीत सिंह  भतीजे ने आगे बढ़ाया जिनका नाम कुलदीप सिंह था जो की अपने चाचा की तरह ही एक बहुत सफल बल्लेबाज थे। 

भारत का पहला टेस्ट मैच | First Test Match of India

भारतीय क्रिकेट टीम का पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था जिसमे हमारी टीम का प्रदर्शन तो बहुत अच्छा था पर हम ये मैच जीत नहीं पाए थे। ये पहला टेस्ट मैच नायडू जी की कप्तानी में हुआ था। History of Cricket क्रिकेट का इतिहास हिंदी में इसके बाद में  मैच हुए पर जीत हमारी अंग्रेज़ो के भारत छोड़ने  के बाद 1952 में ही मिल पायी ये मैच भी इंग्लैंड के साथ ही खेला गया था. उस समय टेस्ट सीरीज़ भी शुरू हो गयी और भारत पाकिस्तान का भी मैच हुआ जिसमे जीत भारत को मिली। धीरे–धीरे टेस्ट मैच कई देशो के खिलाफ खेला जाने लगा जिसमे शुरू में तो भारत की जीत हुई पर कुछ मैच हमारी टीम हार भी गयी।

Rise of Indian Cricket Team

1960 से क्रिकेट टीम ने अपने अंदर सुधर लाने की शुरुआत की और ये मेहनत रंग भी लायी। 1970 में सुनील गावस्कर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान  बने और दस हज़ार रन बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने। 

इसके बाद भारतीय टीम ने कभी  पलट कर नहीं देखा और आगे ही बढ़ते रहे उस समय अन्य खिलाडी जिसमे संजय मांजरेकर ,अजरुद्दीन,रवि शास्त्री।कपिल देव जैसे दिग्गज खिलाड़ियों  से भारत की क्रिकेट टीम ने पूरे विश्व को हरा कर 1983 का वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया। 

इस दशक के बाद क्रिकेट के भगवन कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर क्रिकेट को एक अलग ही उच्चाई तक ले गये और एक के बाद एक कर कई मैच में भारत को विजय दिलाने में महत्वपूर्ण सहयोग दिया। 1999 में हमारी भारतीय टीम के सम्मान को खराब प्रदर्शन करने की वजह से ठेस पहुंची उस वक़्त अजरुद्दीन जैसे महान खिलाडी जो की.

उस समय भारतीय टीम के कप्तान थे उसपर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा जिसके बाद सौरव गांगुली जिनको लोग “दादा” के नाम से भी जानते है इन्हे भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया। जिनके बाद राहुल द्रविण को भारतीय टीम की बाग डोर दी गयी। 

New Era of Indian Cricket

2011 में भारत ने एक बार फिर बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया और वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया। महेंद्र सिंह धोनी,युवराज सिंह,इरफ़ान पठान,हरिभजन सिंह जैसे अच्छे बल्लेबाजो और गेंदबाजो ने अपनी कड़ी मेहनत से पूरे विश्व में भारतीय क्रिकेट टीम का नाम सम्मानित कर दिया। History of Cricket क्रिकेट का इतिहास हिंदी में 

वर्तमान की बात करे तो विराट कोहली जो की भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान है और बहुत सफल बल्लेबाज भी है। अभी हाल ही में हुए अण्डर 19 वर्ल्ड कप 2018  में भारत की जीत हुई है। बड़ी से बड़ी क्रिकेट टीमें अब भारत के खिलाफ खेलने से पहले कड़ी मेहनत करती है.

क्योकि हमारी टीम की मेहनत और लगन से कोई टीम अब भरत के सामने टिक नहीं पाती। आज हमारी टीम सिर्फ गेंदबाज़ो और बल्लेबाजों तक सिमट कर नहीं रह गयी है बल्कि हार्दिक पंड्या,मनीष पांडेय,विराट कोहली,महेंद्र धोनी,रोहित शर्मा जैसे कई आल राउंडर खिलाड़ियो ने हर जगह अपने सुन्दर प्रदर्शन दे कर बता  दिया है की भले ही क्रिकेट की शुरुआत भारत से नहीं हुई पर भारत क्रिकेट की दुनियाँ में हमेशा अपना परचम ऐसे ही लहराता रहेगा क्रिकेट का इतिहास। 

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