Love Story in Hindi । Real life दिल को छूने वाली प्रेम कहानी हिंदी में 2023

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Love Story in Hindi : प्यार (Love) हमारे जीवन का एक बहुत ही रोमांटिक एवं जीवन को बदलने वाला एहसास होता है। जिसे एक सच्चा प्यार करने वाले ही महसूस कर सकता हैं।

प्यार के बिना जीवन अधूरी है। प्यार में एक अलग ताकत है जो इंसान को खुश रहने की वजह देती है। जिसमें हम अपने जीवन-साथी या प्रेमी संग अपने जीवन की सारी खुशियों एवं दुःखों को एक दूसरे के साथ साझा करते हैं।

यहाँ पे दोस्तों हमने कुछ प्यार से संबंधित प्रेम कहानियाँ हिंदी (Love Story in Hindi), real love story in hindi, short love story in hindi में है और हर कहानी आपको एक संदेश और सीख देती है।

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Adhuri Mohabbat New Love Story In Hindi

Adhuri Mohabbat New Love Story In Hindi

यह सच्चे प्यार की लव स्टोरी उस समय की है जब मैं उस लड़के से प्यार करती थी । आज भी लगता है की 2 – 4  दिन  पहले की बात है । जब में अमीत से मिली वह दिन मैं आज तक नहीं भूली जब अमीत ने मुझे बचाया था।

उस दिन मैं फेयरवेल पार्टी से लौट रही थी, जब मुझे कुछ बदमास छेडने लगे और मुझे घेर लिया। शुक्र है की उसी समय अमीत वहां पर आ गया और मुझे बचा लिया। उसकी यह बात देख कर मैं उस पर फ़िदा हो गई।

मैं बहुत डर गई थी इस हादसे से, मैंने फौरन अमीत को गले लगा लिया और जोर से बाँहों में पकड़ लिया। अमीत ने मुझे बाँहों में देख हैरान हो गया। उसने मेरे सर पर हाथ फेरते हुए कहा की डरने की कोई बात नहीं है , ओ सारे बदमास जा चुके हैं।

मैंने झट से अमीत के बाँहों से निकल गई और उसे sorry बोली ।

अमीत :- its ok , लेकिन आप इतनी रात को कहाँ से आ रही हो ??

मैं :- फेयरवेल पार्टी में से ….

अमीत :- इतनी रात को फेयरवेल पार्टी ??

मैं :- आज मेरे collage का last day था, इस लिए सभी दोस्तों ने मिल कर एक पार्टी रखी थी।

अमीत :- ok , चलिए आपके साथ चलता हूँ, आपके घर तक !

मैं :- नहीं – नहीं मैं चली जाऊंगी आप तकलीफ मत कीजिए वैसे आप ने मेरी आज बहुत मदत की है ।

अमीत :- देखिये बहुत रात हो गई है और आप अकेली भी है। मैं आप को अकेला नहीं छोड़ सकता, चलिए मैं आपके                घर तक छोड़ देता हूँ ।

मैं :- ठीक है, चलिए …..

अमीत :- वैसे आपका घर कितनी दूर है ??

मैं :- बस पास में ही है !

अमीत :- आपका कोई दोस्त साथ में नहीं आया ?

मैं :- नहीं सब पार्टी में busy है ।

अमीत :- लेकिन आपके बॉयफ्रेंड को तो आपके साथ आना चाहिए था ।

मैं :- हँसी , और कही की मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है ।

अमीत :- क्यों ? आज कल तो सब के boyfriend होते है …..

मैं :- लेकिन मेरे बॉयफ्रेंड नहीं है, सायद आपकी तो गर्लफ्रेंड होगी ना ???

अमीत :- नहीं , मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है ….

मैं :- अभी आप ने ही कहा की आज कल तो सभी के होते है, फिर आप के क्यों नहीं है !!!

अमीत :- जोरजोर से हँसाने लगा ….

मैं :- हैरान हो गई आखिर मैंने ऐसा क्या कह दिया की यह बंदा हँसाने लगा …

मैंने अमीत से पूछा की क्या हुआ, आप हँसाने क्यों लगे हो …

अमीत :- आज LIFE में पहली बार किसी ने मेरे शब्दों को, मेरे ही ऊपर बखूबी इस्तेमाल किया है। I REALLY like  YOUR THOUTH.

मैं :- woo मुझे नहीं पता था की आप छोटी – छोटी बातों पर इतना खुल कर हँसते हो !

अमीत :- बहुत हो गया आपआप , हम दोनों दोस्ती कर लेते है !! क्या तुम मेरी दोस्त बनोगी ??

मैं :- मुझे अमीत के इस प्रस्ताव का कब से इंतजार था ,लेकिन मैंने हाँ नहीं कहा मैंने उसे कहा की दोस्त या गर्लफ्रेंड ….. क्या बनाना चाहते हो ???

अमीत :- वह शर्माया और कहा की जो तुम चाहती हो ओ हम दोनों बन जायेंगे !

मैं :- शरमाई और कहा की मुझे दोनों रिश्ते पसंद है

अमीत :- मेरे सामने बैठ कर मुझे propose  किया और कहा की क्या तुम मेरी life partner बनोगी,

 क्या तुम मेरी दोस्त, गर्लफ्रेंड और मेरी हमसफ़र मेरी wife बनोगी ।

मैं :- मैंने चौक गई मैंने कभी इतने सरे proposal एक साथ कभी किसी movies में भी नहीं देखा था ।

लेकिन मुझे अमीत का यह स्टाइल पसंद आय इसलिए

फौरन मैंने अमीत को गले लगा लिया और उससे कहा की मैं वह सब बनूँगी जो तुम चाहते हो

अमीत :- फूले नहीं समां रहा था , उसने मुझे गोद में उठा लिया और खुशी से झूमने लगा ।

उस दिन मैंने अमीत के चेहरे पर एक अलग सी ख़ुशी देखी उस दिन अमीत ने मुझे एक और सच बताया की, वह “ अनाथ “ है और उसने मुझे कहा की तुमने मेरे लाइफ में आ कर मेरी अधूरी ज़िन्दगी को पूरा करने के लिए शुक्रिया जान । तुम ने मेरे लाइफ को एक नया जीवन दिया है । I really love यूं जान …

मैं अमीत का यह बात सुन कर रो पड़ी और अपनी आंसू पोंछते हुए अमीत को भी चुप कराया और कहा जब तक मैं हूँ तक तुम अकेले नहीं हो, मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगी और तुम्हारा परिवार पूरा करूँगी ।

मैंने किसी और के बारे में सोचा नहीं और फौरन ही मैंने और अमीत ने अगले ही दिन कोर्ट में शादी कर ली और हम दोनों ख़ुशी – ख़ुशी अपनी ज़िन्दगी बिताने लगे ।

लगभग 2 माह बीत गए थे हमारी शादी को और अमीत ने इस ख़ुशी में पार्टी रखी थी । हमने अपने दोस्तों को बुलाया था । उस दिन हम सब मिल कर बहुत enjoy कर रहे थे । मैं और अमीत दोनों डांस कर रहे थे एक – दूसरे के बाँहों में अमीत मुझे बार – बार kiss करने को आता और मैं उसे किसी बात में उलझा देती और वह गुस्सा हो जाता और उसी गुस्से मैं उसे kiss कर देती और वह खुश हो जाता ।

अचानक से मुझे चक्कर आने लगे डांस करते हुए और मैं अमीत के बाँहों मैं बेहोश हो गई ।

जब होश आय तो अमीत ने कहा की तुम मुझे छोड़ के कहीं मत जाना, मैं मर जाऊंगा तुम्हारे बिना। अमीत ने डॉक्टर को बुलवाया था, उन्होंने हमें देख कर कहा की तुम दोनों में प्यार बहुत है और इसका बेहोश होना उसी प्यार का निशानी है।

अमीत ने कहा की मैं समझा नहीं आप क्या बोले डॉक्टर साहब। डॉक्टर ने कहा की तुम्हारी wife माँ बनाने वाली है और तुम बाप बनाने वाले हो। अमीत ख़ुशी से पागल हो गया और डॉक्टर को गले लगा लिया और उसे kiss भी कर लिया। वह मौजूद सभी दोस्त हँसाने लगे अमीत के इस हरकत पर।

अमीत ने कहा शुक्रिया सर आप ने मेरी ज़िन्दगी की सबसे बड़ी खुशखबरी सुनाई है। आपका बहुत – बहुत धन्यवाद। अमीत ने फौरन मुझे kiss किया और मुझे गले से लगा लिया और कहा की आज तुम ने सच में मेरी family को पूरा कर दिया है शुक्रिया जान।

हमारे दोस्तों ने हमें मुबारकबाद दिया और कहा की आज दोगुनी पार्टी बनती है , आज तुम्हारे 2 माह पूरे होने के और माही और तुम्हारे parent बनाने के ख़ुशी में ।

हमारे सरे दोस्त और हमने मिलकर सारी रात पार्टी की , अगले दिन से अमीत  मुझे कोई काम करने नहीं देता था और कहता था, की एक सोन परी आएगी इस घर में और मैं कहती की नहीं एक लड़का आयेगा। हम दोनों में इस बात को लेकर बहुत बहस होती थी और हम दोनों बहुत मज़े भी करते थे ।

ऐसे ही हमारी ज़िन्दगी के बाकी वक़्त भी खुशियों से बितती गई और मेरी डिलेवरी का टाइम आ गया था और मैं हॉस्पिटल में थी ।

अमीत को जब पता चला की हमारे घर में पारी आई है, तो वह खुश हो गया और उसकी ख़ुशी में झूम उठा। जब ओ हम दोनों को देखा तो खुश हो गया। उस दिन मैंने अमीत के आंखों में परी के लिए अपने से ज्यादा प्यार देखा था और मैं उस बात से बहुत खुश थी, की हमारी बेटी सही में पापा की परी है।

डॉक्टर ने दवा लिखा था, उसे लेन को अमीत जाने लगा लेकिन, जाने से पहले अमीत ने मुझे एक बात कहा की कुछ भी हो जाए परी का ख्याल रखना अगर ‘ मैं ना रहूँ “ तो भी ??

मुझे यह बात अजीब लगी और मैं अमीत को चुप करा दिया और कहा हम दोनों परी का ख्याल रखेंगे। ऐसा क्यों बोल रहे हो तुम , अमीत ने कहा की पता नहीं मेरे मन में यह बात आया तो बोल दिया। चलो ठीक है, मैं दावा लाने जाता हूँ और हमारे दोस्त तुम्हारा ख्याल रखेंगे तब तक ।

बहुत देर हो गया उस दिन लेकिन अमीत नहीं आया। मैं हैरान हो गई मैंने दोस्तों से कहा तो उन्होंने कहा की कही फंस गया होगा, आता ही होगा।

रात हो गई लेकिन अमीत नहीं आया और मेरी बेचैनी और बढ़ने लगी थी, बुरे – बुरे ख्याल दिल में आ रही था। और मैं रोई जा रही थी।

दोस्तों ने मुझे चुप कराया और कहा तुम रोओ मत हम पता करते है की अमीत कहाँ है । सुबह हो गई लेकिन अमीत का कुछ पता नहीं चला और मेरी बेचैनी बढ़ती जा रही थी ।

अचानक एक फोन आया दोस्तों के मोबाइल पर और सभी अचानक सांत हो गये। मुझे घबराहट होने लगी और मैंने पूछा क्या हुआ तुम लोग सांत क्यों हो गये , कुछ बताते क्यों नहीं। बोलो कुछ तो बोलो , तुम लोग बोलते क्यों नहीं ।

नेहा मेरी दोस्त ने मुझे गले से लगाया और कहा की अमीत अब इस दुनिया में नहीं रहा उसका accident हो गया HIS NO MORE.

ये बाते सुन कर जैसे तो मेरे पैरो तले जमीन ही खिसक गई , ऐसे लगा की मेरी ज़िन्दगी में कुछ रहा ही नहीं अमीत के बिना ।

मैं उसी वक्त अपनी जान दे देती अगर तुम्हारा चेहरा सामने ना आता, अमीत की ओ आखिरी बाते याद आ गई परी का ख्याल रखना और मैं अमीत की परी को कैसे अकेला छोड़ देती |

आज कई साल हो गये अमीत को गये लेकिन मुझे आज तक उसकी कमी महसूस नहीं हुई क्यों की वह अपने परी कोई मेरे पास छोड़ गया , अमीत की परी | पापा की परी |

अमीत तुमसे इतना प्यार करता था की उसने तुम्हारे जन्म से पहले ही तुम्हारे नाम ऐ घर ये RESTORENT तुम्हारे नाम कर दिया था |

पापा की परी मेरी बेटी तू खुश रहे हमेशा यही तेरे पापा और मैं चाहते थे हमेशा और चाहते ही रहेंगे |

मैं यह कहानी तुझे इस लिए बताई की तू अपने पापा की परी है और परी को उसके पापा के बारे में जाने का पूरा हक़ है

तुम्हारे पापा एक बात हमेशा बोलते थे

ख़ुशी इस बात में नहीं है कि हम किसी के साथ कितना जीते है

ख़ुशी इस बात में है की उस पल में कितनी खुशियों के साथ जीते हैं

Moral of story

इस कहानी में यह जाने को मिला की मोहब्बत कभी खत्म नहीं होती बस साथ खत्म हो जाते है। एहसास कभी खत्म नहीं होते बस ज़िन्दगी ख़त्म हो जाती है। मैं ये दुआ कराता हूँ की आप कभी अपने प्यार से ना बिछड़े, आप हमेशा खुश रहें आप की जोड़ी सलामत रहे ।

विकास और नीलम की Cute Love Story in Hindi

Cute Love story in hindi : ये कहानी हैमेरे एक बचपन के दोस्त की जिसका नाम विकास है।

जब हम 8th क्लास में थे तभी से विकास को अपनी ही क्लास में पढ़ने वाली एक लड़की से प्यार हो गया जिसका नाम नीलम था। प्यार विकास की तरफ से केवल एक तरफा था तो इसके बारे में नीलम को कुछ भी नहीं पता था।

अगर मैं आपको नीलम की खुबसूरती के बारे में बताऊँ तो वो खूबसूरती की एक बला थी जिसको देखकर सुन्दरता भी एक बार शर्मा जाये। दरवाजे से जब वो क्लास में आती थी

तो ऐसा लगता था कि कोई परी आयी हो और विकास पीछे वाली सीट पर बैठकर केवल उसे निहारता रहता था और देख-देख कर मन ही मन ख़ुश हुआ करता था क्योकि उससे बोलने की हिम्मत तो विकास की होती नही थी।

नीलम एक अमीर घर की लड़की थी जिसके पिता एक प्रॉपर्टी डीलर थे। और यही बात विकास को परेशान करती रहती थी क्योँकि विकास के पिता एक अध्यापक थे और उसकी रहन-सहन भी बहुत साधारण थी और इसी वजह से विकास कभी भी अपने प्यार का इज़हार नीलम से नहीं कर पाया।

लेकिन जब भी वो नीलम को देखता, वो पल उसके सबसे हसीन पल में से एक हो जाता था, पूरे सिद्दत के साथ विकास नीलम से मोहब्बत करता था। लेकिन ये सायद उसका दुर्भाग्य था कि ये प्यार केवल एक तरफा था। Cute Love Story in Hindi

वैसे तो विकास की प्रेम कहानी के बारे में उसके घर वालो को पता नहीं थी लेकिन एक बात से वो बहुत ख़ुश थे कि अब विकास रोज स्कूल जाता था, नहीं तो स्कूल न जाने के लिये पहले उसके पास रोज एक नया बहाना तैयार रहता था।

मम्मी-पापा तो ख़ुश थे कि बेटा अब रोज स्कूल जाता है, पढ़ाई-लिखाई में ध्यान देता है लेकिन उन्हें कहां पता था कि उसकी पढ़ाई-लिखाई तो कहीं और ही चल रही थी….Hahahaha.

अभी तो विकास और नीलम 8 वीं में ही थे लेकिन धीरे-धीरे समय बीतता गया और देखते ही देखते उनकी 8 वीं भी खतम हो गयी, 9 वीं भी खतम हो गया और 10 वीं का अंतिम पेपर चल रहा था, लेकिन विकास का प्यार अभी भी उसके दिल में ही कैद था, दिल से निकलकर नीलम क़े सामने नहीं आ पाया।

10 वीं के अंतिम पेपर के दिन सभी बच्चों ने निर्णय लिया कि पेपर ख़तम होने के बाद शाम तक हम सब स्कूल में ही रुकेगे और मौज-मस्ती करेंगे। वहाँ पर सब लोग पार्टी कर रहे थे, मौज-मस्ती कर रहे थे लेकिन विकास एक कोने में बैठकर बस केवल नीलम के बारे में सोच रहा था और उससे जुदा होने के डर से रो रहा था क्योँकि उसके पिता 10 वीं के बाद उसे कहीं बाहर पढ़ने के लिये भेजने वाले थे।

विकास अपने प्यार का इज़हार तो नहीं कर पाया लेकिन उसने नीलम के बैग से उसकी identity card चुरा ली जिसमें नीलम की एक cute सी फोटो थी और उस id card को लेकर वो घर चला गया।

विकास के पिता ने उसे पढ़ने के लिये भेज दिया, समय बीतता गया और अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद विकास को एक multinational company में job भी मिल गयी, salary भी अच्छी-खासी मिल रही थी, सब कुछ ठीक चल रहा था, life सेट थी लेकिन दिल के वही किसी कोने में एक खालीपन सा भी महसूस हो रहा था और वो कमी थी तो बस नीलम की। Cute Love Story in Hindi

विकास ने नीलम को बहुत ढूँढ़ने की कोशिश की लेकिन कई कोशिशों के बाद भी उसे नीलम का कहीं भी पता नहीं लगा।

धीरे-धीरे समय आगे बढ़ता गया और घर वालो ने एक सुंदर लड़की से विकास की शादी करवा दी और संयोग बस उस लड़की का नाम भी नीलम ही था।

इसलिये जब भी वो अपनी पत्नी को नीलम कहकर बुलाता, उसके अंदर एक नयी सी उमँग की लहर उठ जाती और वो अपने स्कूल के दिन याद करके ख़ुश हो जाया करता था।

लेकिन विकास ने अपने past को अपनी पत्नी को महशूश नहीं होने दिया। Cute Love Story in Hindi

एक दिन विकास अपने पुराने files उलत-पलट कर रहा था और उसमें उसे नीलम की वो स्कूल से चुराई हुई id card सामने आयी जिसे देखकर फिर से विकास की यादें ताजा हो गयी।

इतने में विकास की पत्नी कमरे में आ गयी और उसने देख लिया कि विकास किसी की फोटो देख रहा है।

पत्नी ने मजाकिया अंदाज में – किसकी फोटो देखी जा रही है चुपके-चुपके? जरा हमें भी तो दिखाओ।

विकास अपनी पत्नी को फोटो दिखाते हुए बोला – अरे किसी की नहीं, बचपन के एक दोस्त की फोटो है।

फोटो को देखकर पत्नी बोली – अरे ये तो मेरा id card है, तुम्हें कहां से मिली, ये स्कूल में कहीं गायब हो गयी थी और बहुत ढूँढ़ने के बाद भी मुझे नहीं मिली थी।

विकास झटके से – क्या? ये तुम्हारी फोटो है?

पत्नी – हाँ, देखो ये मेरी बचपन की फोटो है और यहां मेरा नाम भी लिखा हुआ है।

विकास ये सुनकर हैरान हो गया और खु़शी से झूम उठा।

और फिर उसने नीलम को बतायी कि 8 वी क्लास से ही वो उसे कितना प्यार करता था लेकिन इज़हार नहीं कर पाया।

अपने प्यार को इजहार करते वक्त विकास भावुक हो गया और रोने लगा। और फिर नीलम ने उसको कसके गले से लगा लिया और चुप करायी।

विकास बार-बार भगवान को धन्यबाद दे रहा था और अपने प्यार को खुलके नीलम के सामने बयाँ कर रहा था।

सीख: Cute Love Story in Hindi : अगर आप किसी चीज को सिद्दत से चाहो तो पूरी कायनाथ उसे आपसे मिलाने की साजिस में लग जाती है अब चाहे वो आपका सच्चा प्यार हो विकास की तरह या फिर कुछ और।

Love Story in Hindi । वह अकेला छोड़ कर चली गई

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यह हार्ट टचिंग लव स्टोरी (love story in hindi) आज अपने दिल के टूटने और फिर कभी नहीं जोड़ पाने की eal love story सुना रहा हूं

यह आज से लगभग 5 साल पहले की बात है जब मैं 12th में था और पार्ट टाइम जॉब करता था मेरे ऑफिस के ठीक सामने में एक आंटी का पेन गेस्ट था जहां पर कोई 4-5 लड़कियां रहती थी वहां की सभी लड़कियां मुझे भैया कहकर बुलाती थी

एक दिन उस घर में एक लड़की रहने आई जिसका नाम स्नेहा था वह पास के एक जिले की रहने वाली थी और यहां पीएससी की कोचिंग करने आई थी

जिस दिन मैंने उसे पहली बार देखा था तो बस मेरे दिल से आवाज आई कि यार इस लड़की से प्यार हुआ तो इस से ही शादी करूंगा चाहे जो हो जाए

धीरे-धीरे वह मेरी फ्रेंड बन गई और मुझसे बात करने लगी यह बातें उसकी फ्रेंड को को मालूम लगी कि वह किसी को पसंद करती है लेकिन मेरे बारे में कोई जान नहीं पाया

धीरे-धीरे हमारा प्यार बढ़ता गया और इसकी जानकारी मेरे घर वालों को हुआ तो मैंने अपने घरवालों से स्नेहा को मिलवा दिया मेरे घर वाले शादी के लिए राजी हो गए इसी बीच स्टेट गवर्नमेंट का जॉब आया और हम दोनों मिलकर तैयारी करने लग गए लेकिन वह कहती थी कि मुझे पढ़ाई करने का मन नहीं कर रहा है

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तो मैं अपनी पढ़ाई छोड़ कर उसकी तैयारी करने में जुट गया और उसका सिलेक्शन शिक्षाकर्मी में हो गया पर मैं अपने एग्जाम में फेल हो गया जिसका मुझे दुख जो हुआ पर मैं खुश था कि उसका सिलेक्शन हो गया है

2 महीने बाद जब उसके जॉब की बात आई तो मैंने अपने कांटेक्ट से उसके पास के गांव में ड्यूटी लगा दिया जिसमें मुझे ₹30000 देना पड़ा था

उसके जॉब करते ही मानो धीरे-धीरे हमारे रिलेशन शिप में कमजोरी आने लगी वो जिस स्कूल में पढ़ाती थी वह हमारे शहर से मुश्किल से 20 किलोमीटर की दूरी पर था

जिसके लिए पीडब्ल्यू रोज बस से सफर करती थी इसके लिए मैंने बस ट्रैवल वालों से मंथली किराया फिक्स किया था बस के हर लोग मुझे जानते थे इसलिए मैं टेंशन फ्री था क्योंकि मैं प्रेस रिपोर्टर का जॉब करता था

तो सब मुझे जानते थे कुछ दिन जॉब करने के बाद वह मुझसे बोली कि मैं रोज-रोज बस में सफर नहीं कर सकती और मैंने स्कूल के पास में मैं ही एक घर रेंट पर देखा है मैं वहां रहने जा रही हूं

तो मैंने उससे कहा कि यह बात मुझे पहले क्यों नहीं बताई तो उसने कहा कि नहीं बताई अब बता रही हूं ना और वहां रहने चले गई वहां जाने के बाद तो स्नेहा मुझे कॉल नहीं करती थी

वह अगर करती थी तो एक-दो दिन के बाद करती थी और जब कभी मैं कॉल करके पूछता तो वहां बहाना बना देती क्यों कोई आ रहा है या मकान मालिक है कुछ भी कह देती

इस बीच में मेरा चाचा जी की शादी हुई तो उसे बुलाया गया मेरी तो मेरे रिलेशन वालों ने सभी कहा कि अब राज भी अच्छा जगह सेटल हो गया है और यह भी जॉब करती है

तो अब दोनों की शादी करा दो शादी का नाम सुनते ही स्नेहा ने कहा कि मैं अभी शादी नहीं करना चाहती तो मैंने कहा ठीक है कि अगले साल कर लेंगे

कुछ दिन बाद स्नेहा ने मुझे फोन किया और कहा कि मैं घर आ रही हूं कुछ जरूरी बात करनी है और फोन काट दिया और मेरे फोन रिसीव नहीं की

जब वह घर आई तो मुझे मेरे रूम में बुलाकर कहा कि आज के बाद मैं उसे कॉल नहीं करूं और भूल जाऊं तो मैंने कारण पूछा तो वह नहीं बताई और चले गई

उस दिन और उस रात मैं बहुत रोया इस बीच में हर रोज उसे फोन करता और वहां मेरे फोन नहीं उठाती थी

एक दिन मेरे दोस्तों ने बताया कि स्नेहा किसी लड़के के साथ मूवी देखने आई है तो मैं वहां पहुंचा और उसे कारण जानना चाहा तो उस लड़के ने मना किया बताने के लिए तो मैंने और मेरे दोस्तों ने उस लड़के को वहीं पर पिटाई कर दी थाने में ले जाकर अंदर करा दिया

और स्नेहा से पूछा तो उसने फिर भी कुछ नहीं बताया और मुझे फैमिली की कसम देकर उसे थाने से छुड़ाने को कहा और मेरे फैमिली में बता दिया तो मजबूरी में मुझे उसे छुड़ाना पड़ा लेकिन उस लड़के को वार्निंग दिया आज के बाद अगर मुझे स्नेहा के आसपास दिखा तो इससे बुरा हाल करूंगा

इधर एक दिन मैंने अपने दोस्तों के फोन से स्नेहा को कॉल किया और उसे मिलने के लिए बुलाया। जब वह मिलने के लिए आई तो मैंने कहा कि अगर तू उस लड़के को पसंद करती है तो मुझे बता दिया होता

मैं कुछ नहीं कहता और अगर तुम उस लड़के को चाहती हो तो आज के बाद में ना तुमको फोन करूंगा और ना ही मिलूंगा इतना ही कह कर मैं वहां से चला गया कुछ दिन मुझे मेरे ऑफिस से एक न्यूज़ के लिए कलेक्टर साहब के साथ उसके स्कूल गया

तो वह मुझे देखकर डर गई लेकिन मैंने उसके तरफ नहीं देखा ना ही उससे कोई बातचीत की मगर उसकी स्कूल के स्टाफ मुझे जानते थे तो सब लोगों ने मुझसे बात की इसी बीच

उसके स्कूल में उसकी एक फ्रेंड थी जो हम दोनों के बारे में जानती थी उसने मुझसे बात की और कहा कि आप से बात करनी है तो मैंने उसे अपना नंबर दिया और कहा कि कभी भी फोन कर ले

जब उसने मुझे फोन किया तो मैंने पूछा कि आप कौन तो उसने कहा कि मैं बरखा स्नेहा की फ्रेंड तो मैं अनजान बन कर बात नहीं करने की बात कह कर कॉल काट दिया तो उसने कहा कि स्नेहा अपनी गलती पर अफसोस कर रही है और वह आपसे मिलना चाहती है तो मैंने ठीक है कहकर उसे संडे को मिलने के लिए मॉल में बुलाया और मिलने के लिए गया

संडे को जब स्नेहा और बरखा मुझसे मिलने के लिए आई तो स्नेह मुझ से सॉरी कह कर रोने लगी और मेरे बगैर नहीं जी पाने की बात कह रही थी.. मैं उसके प्यार में इतना पागल था कि मैं नहीं जानता था कि मुझसे मजाक करने के लिए और अपने एक काम निकलवाने के लिए दोबारा प्यार का नाटक करेगी

एक हफ्ते बाद स्नेहा ने मुझे बताया कि उसका ट्रांसफर किसी दूसरे जिले में किया जा रहा है तो मैंने अपनी सेटिंग के बल पर उसका ट्रांसफर रुकवा दिया इस बीच मैंने स्नेहा से कहा कि अब हम शादी कर लेते हैं तो उसने 1 महीने का समय मांगा और कहा कि उसके बाद शादी करेंगे तो मैंने कहा ठीक है

एक महीने तक हम दोनों की बातचीत होती रही इसी बीच उसने 2 दिन अपने घर अपना सामान लाने की बात कह कर गई उसके बाद जब वह वहां से वापस आई तो मैंने उसे फोन लगाया

तो उसने पहले मेरे कॉल नहीं उठाया और फिर मैंने दोबारा कॉल लगाया तो उसने फोन उठाया और बात की इस बीच मैंने उसे 1 महीने पहले की बात जैसे याद दिलाई तो उसने कहा कि उसके घर वाले उसकी सगाई कर रहे हैं और वह शादी नहीं करने के बाद कहकर फोन काट दिया

मुझे भूल जाने की बात कही और दोबारा कभी फोन नहीं उठाया उसके बाद से लेकर आज तक मैंने ना कभी उसे बात की है और ना कभी उससे मिला हूं 

हां लेकिन इस बीच में तीन बार अपने आप को मार डालने की कोशिश कर चुका हूं जिसमें आज ये हालत है कि मैं अपने घर से दूर रह रहा हूं क्योंकि मैं अपने घर जाता हूं तो मुझे उसकी याद आती है इसलिए आज मैं अपना घर परिवार शहर दोस्त यार सब कुछ छोड़कर दूसरे शहर में जॉब कर रहा हूं

दोस्तों आप लोग यह पढ़ने के बाद यही सोच रहे होगे ना कि मैंने उसे इतनी आसानी से यह सब करने दिया और मैं कुछ भी नहीं किया तो एक बात बता दूं मैं वह बंदा हूं जिसने कभी भी कोई काम चोरी छुपे नहीं की है

जब प्यार किया तो सबके सामने और अपने घर वालों को बताया भी और मिलाया भी यहां तक कि मेरे रिश्तेदार जानते थे और हां मुझे उसकी खुशी चाहिए थी उसे मैं रोता होगा नहीं देख सकता इसलिए आज

तक मैंने कोई भी ऐसा काम नहीं किया है जिससे उसे दुख हो जब कभी मैं अपने आप को अकेला महसूस करता हूं तो उसकी याद आती है और उससे मिलने का मन करता है

आज मेरे पास सब कुछ है एक अच्छी फैमिली एक अच्छी बीवी लेकिन दिल के एक कोने में आज भी मेरा ये दिल कहीं टूटा हुआ पड़ा है… हर खुशी के पल हाथों से छूट गए अब तो खुद के साये भी रूठ गए हालात हैं ऐसे जिंदगी में हमारी प्यार की राहों में हम बिल्कुल टूट गए

वह मुझे बहुत प्यार करती थी

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उसने अचानक बात करना बंद कर दिया

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जब एक 80 वर्ष के बुजुर्गों का दिल जब 25 साल की लड़की पर आया , फिर क्या होता है ? Old man with young girl । love stories in hindi पूरी कहानी अंत तक पढ़िए

कहते हैं प्यार की कोई उम्र नहीं होती जी। हां प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती , प्यार प्रकृति से मिला एक उपहार है। प्यार बालक और माता के बीच भी होता है , वही पति – पत्नी के बीच भी प्यार का एक अटूट बंधन होता है। इसी प्रकार प्यार के अनेक – अनेक उदाहरण देखने को मिल जाएंगे।

आज हम एक ऐसे प्यार पर नजर डालने जा रहे हैं जो वाकई में हैरान करने वाली सच्ची घटनाओं में से एक है राजीव लगभग 80 साल के बुजुर्ग है , किंतु इनका दिल आज भी जवान है।  

घर में पत्नी , बेटी और यहां तक की अमेरिका में रह रहा एक बेटा भी है।  किंतु फिर भी वह अपने आप को अकेला महसूस करते हैं , क्योंकि उनका दिल जवान है। वह आज भी खूबसूरती के पीछे ऐसे भागते हैं जैसे कॉलेज के दिनों में , भागते थे।राजीव फेसबुक , व्हाट्सएप और अनेक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े रहते हैं।

दिन भर ऑनलाइन बनाए गए दोस्तों से बातें करते।

यह दोस्त कुछ स्त्री हैं , और कुछ पुरुष। यही इनके मनोरंजन का एकमात्र फिलहाल साधन है। राजीव जी की दोस्ती कुछ समय पूर्व स्पेन में रह रही एक 25 वर्षीय महिला मैरी से होती है। दोनों एक – दूसरे से अपने जीवन की अनेक घटनाओं को साझा करते और कुछ प्यार भरी बातें करते।

राजीव और मैरी दिन भर में न जाने कितनी ही देर बातें करते , दोनों को बातें किए बिना अब सुकून नहीं था। यहां तक कि शौच क्रिया के लिए भी बाथरूम में जाते , वहां भी अपना मोबाइल साथ ले जाते।

इतनी नजदीकियां दोनों के बीच आ गई थी , बस उस घड़ी का इंतजार था जब दोनों आमने-सामने हो सकते। और जो कसक दोनों के दरमियां थी उसको मिटाना चाहते थे। मैरी कभी भी तनाव में अथवा संकट में रहती , तो राजीव झटपट उस तनाव अथवा संकट को दूर करने का प्रयत्न करते।

कभी पैसे भेज कर तो कभी उपहार भेज कर।

राजीव को अब मैरी के अलावा कुछ और नहीं दिखाई देता था। वह मैरी के लिए अब तक लगभग दो करोड रुपए खर्च कर चुका थे।  यहां तक कि अपनी पत्नी के गहने तक चोरी करके , मैरी के शौक पूरे करता थे

किंतु मैरी के शौक कहां पूरे होने वाले थे। कहते हैं स्त्रियों के लिए जितने भी धन खर्च करो उतने ही कम है , यही कहावत मैरी पर ठीक साबित हो रही थी।

राजीव ने अपना सारा धन मैरी के शौक के लिए लुटा दिया था। पत्नी के गहने जो धरोहर रूप में थी , उसे भी चोरी करके बेच चुके थे। अब केवल घर और अचल संपत्ति ही बाकी थी

जिसका सौदा वह करना चाह रहे थे। किंतु अमेरिका में रह रहे बेटे को इसकी खबर लग गई , और उसने अपने पिता को ऐसा करने से रोक दिया। पिता अपने बेटे के दबाव में कहां आने वाले थे , उन्होंने एड़ी – चोटी का दम लगा लिया और वह संपत्ति का सौदा करने के लिए सेठ के पास पहुंचे।

तभी उन्हें फोन आता है

यह फोन एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का होता है , उन्होंने राजीव को अपने ऑफिस मिलने के लिए तुरंत बुलाया। राजीव झट-पट अधिकारी से मिलने पहुंचे। वह एक महिला गिरफ्त में बैठी हुई थी

अधिकारी ने राजीव का परिचय कराया। क्या आप इस महिला को जानते हैं ? राजीव पहले इस महिला से नहीं मिले थे , इसलिए पहचानने से इंकार कर दिया। अधिकारी ने बताया यह महिला लोगों को खूबसूरती और प्रेम में लोगों को फंसा कर पैसे लुटती है और इसके शिकार आप भी हुए हैं। आपने जिस मैरी नाम की महिला को पैसे दिए हैं यह वही मैरी है !

अब राजीव को कुछ समझ नहीं आ रहा था

खड़े-खड़े वह गिर पड़े। पूरा शरीर पसीने से तरबतर था , लोगों ने सहारा देकर उन्हें एक किनारे लिटाया।  जब होश आया तो उन्हें समझाया गया और उन्हें विश्वास में लेकर घर भेज दिया गया।

राजीव अब समझ चुके थे कि उन्होंने जीवन की कितनी बड़ी भूल की। पत्नी के रहते हुए वह किसी और महिला के पीछे अपने जीवन की संचित संपत्ति को लुटा चुके थे ।

समय रहते घर बच गया अन्यथा वह सड़कों पर रहने के लिए मजबूर हो जाते।

love in train । मेरा प्यार ट्रेन में मिला

जनशताब्दी अपने तेज रफ्तार से चल रही थी. छोटी-छोटी स्टेशन हवा में ही पार हो जा रहे थे. मैं, मेरी मम्मी और पापा chair यान में बैठे थे. तभी हमारे पास ही एक छोटी सी बच्ची ने उलटी कर दी. कुछ छीटे मेरे पर भी आ गया. उसे देख कर मुझे भी उलटी जैसा होने लगा. मैं जल्द ही वहाँ से हट गई और कपड़ो पर पड़े छीटे धोने के लिए वाश बेसिन के तरफ चली गई.

तभी मेरी नजर एक लड़के पर गई. उस डिब्बे के सबसे अंतिम सिट पर वह बैठा था. कुछ गुमसुम, अकेला. जैसे किसी सोच में हो, बहुत भारी उदास मन में लेकर बैठा हो. मैं अपने कपड़ो पर पड़े छीटे धो कर आ गई. मगर उस लड़के से आगे मेरे पैर बढ़ ही नहीं रहे थे. उसके बड़ी-बड़ी आँखे गोरा गाल, बिलकुल क्यूट लग रहा था. मैं बस उसे देखते जा रही थी. और वो कभी देखता और कभी अपने नजरे झुका लेता. मैं उसके दुसरे तरफ वाली सिट से दो सिट आगे जा कर बैठ गई. मैं वहाँ जाना नहीं चाहती थी. मैं उसे बस देखते रहना चाहती थी.

love Story in train – मैं शुरू किया बात

ट्रेन अब भी अपने रफ्तार से चल रही थी. हमलोग को कही और जाना था शादी में. इसलिए इस ट्रेन को छोड़ कर दूसरी ट्रेन पकड़ना था. स्टेशन आने में बस कुछ ही समय बचा था. लगभग आधा घंटा बचा होगा. उसके दिल में क्या चल रहा था पता नहीं मगर मैं उसे अपना दिल दे चुकी थी. पहली नजर का प्यार हो गया था मुझे उस से. मैं उस से बात करना चाहती थी क्योंकि मुझे पता था की स्टेशन जल्द ही आ जाएगा. मैं जाकर उसके बगल वाली सिट पर बैठ गई. वह अब भी ऐसे ही शांत बैठा था. बिना किसी भाव के.

“हाय, कहाँ जा रहे है” मैंने बात शुरू करते हुए बोली.

“जी” उसने मेरी तरफ देखा और अनसुने भाव से बोला.

“आप कहाँ जा रहे है.” मैंने अपना बात फिर से दोहराई.

“मैं तो बहुत दूर जा रहा हूँ.” उसने मेरे तरफ देखते हुए बोला –“अगले स्टेशन पर जाकर मुझे गाड़ी change करनी है.”

मेरे दिल में कुछ हुआ. क्योंकी मुझे भी अगले स्टेशन से गाड़ी change करनी थी.

“कौन सी गाड़ी पकडनी है.” मैंने उसे दुबारा पूछी.

 love Story in train – दोनों का ट्रेन एक ही था

उसके जवाब ने मेरे चेहरे पर मुस्कान ला दिया. रब भी किस से कब मिलये पता नहीं चलता. शायद वह मेरे लिए ही चला था. उसे भी वही ट्रेन पकडनी थी जो हमलोग पकड़ने वाले थे.

हमलोग के बातो का सिलसिला चल पड़ा. मैंने उसका number भी ले लिया. जल्द ही हमारा स्टेशन भी आ गया. जहाँ से हमलोग की गाड़ी change करना था. मगर अब कोई डरने की बात नहीं थी क्योंकि हमलोग एक दुसरे को जान गये थे. और इतना लम्बा सफर साथ ही तो जाना था. मैं बहुत खुश थी.

वह पढने के लिए हमारे शहर में रहता था. और गर्मी की छुट्टी के लिए अपने घर जा रहा था. उसकी दो गाड़िया पहले छुट चुकी थी क्यों की उसमे उसका टिकट नहीं हुआ था. शायद भगवान भी हमे मिलाना चाहते हो. मगर इसमें एक दिक्कत आ गई. उसका सिट, स्लीपर में था जबकि हमारा AC में था. मैं सोच कर थोड़ी उदास हो गई. मगर ख़ुशी भी था की कम-से-कम एक ट्रेन में तो है.

love Story in train – फिर वो दूर चला गया

हमारी love story शुरू हो चुकी थी. जहाँ भी स्टेशन आता हमलोग आकर एक दुसरे से मिलते. फिर अपने अपने सिट पर चले जाते. ऐसे ही हमारा सफर कटता रहा. रास्ते का पता ही नहीं चल रहा था. सारा समय खुशी से बीत रहा और इतना लम्बा सफर हमने ऐसे ही काट दिया. जल्द ही वह स्टेशन आ गया. जहाँ हमे उतरना था. वह भी उतर गया और हम भी. वहाँ उनको कही और जाना था.

हमारी मुलाकात अब नहीं होने वाली थी. क्यों की हमारा घर दुसरे स्टेट में था और उसका दुसरे स्टेट में. मैं नजरे उठाकर उसे देखा. वह भी उदास मन से मुझे देख रहा था. मिलकर अब दूर जाने का मन नहीं कर रहा था. फिर उसकी ट्रेन आई और वह चला गया. मैं उस से देखते रह गई. हमारा प्यार का समय भले ही छोटा हो मगर हमदोनो इस पल की जीवन में कभी नहीं भूलेंगे. प्यार दिल में हमेशा ऐसे ही रहेगा. चाहे कितनी भी दूरियां आये.

Short love Story in Hindi । प्यार बड़ा या पैसा

“हेल्लो नितिन कैसे हो? और यहाँ क्या कर रहे हो?”

मै होटल में बैठा किसी का wait कर रहा था. तभी किसी लड़की की आवाज मेरे कानो में गूंजी. मैंने उसे देखा तो अपने आखो पर विश्वास नहीं हुआ. एक अरसा गुजर गया उसको याद करके. जिसके चलते मैं यहाँ तक पहुंचा वह मुझे आज मिली. जिसने मुझे छोड़ा था मेरे हालत पर आज मुझे इस होटल में देख उसको मुस्कराहट आ गई.

“बस ऐसे ही किसी का wait कर रहा हूँ. और तुम बताओ कैसी हो?” मैंने उसे बैठने को बोलते हुए कहा.

“सब मजे में है. पता है मैंने तो एक बहुत अमीर लड़के से शादी कर लिया. 2 लाख तो उसके मंथली इनकम है. फ़्लैट, कार सब कुछ मिला है.” उसके चेहरे पर एक हँसी थी. मुझको नीचा दिखने की. मेरे सारे हालत मेरे आँखों के सामने नाचने लगा.

“और पता है वो अपने बॉस से मिलने वाले है. मैं भी उसके साथ आ गई.”

नई लव स्टोरी हिंदी । प्यार बदलने में देर नहीं लगता उन्हें

मै चुपचाप बैठा रहा. उसे देखा और अपने यादों में खोया था. एक ऐसा याद जिसमे दर्द-ही-दर्द. गरीबी का, बिछड़ने का, दुसरो के तानो का. हर तरफ से टुटा और भगाया हुआ इन्सान. कभी किसी ने अपने लिए काबिल नहीं समझा मेरी गरीबी के कारण. उसके टिस आज भी खून में जहर के सामान दौड रहा है.

“प्यार बड़ा या पैसा”. आज भी भी मेरे दिमाग में यह बात घूमता है. अगर पैसा बड़ा तो एक माँ अपने बच्चो को क्यों नहीं छोड़ देती. वह क्यों उसे हर हालत, हर परिस्थिति में अपने पास रखती है सिने से लगाकर. न टूटने वाली, न छूटने वाली मोहब्बत.

“तुम किसका wait कर रहे हो? ये तो बहुत बड़ा होटल है. कोई गर्लफ्रेंड है क्या बड़े घर की.” उसने मुस्काते हुए बोला  “पता है मैंने तुमको छोड़ा तो अच्छा ही किया. नहीं तो इतने बड़ा होटल कहा नसीब होता.

समय के साथ बदलना ही अच्छा होता है. तुम्हारे साथ होते तो अब तक वही पड़ी रहती किसी फूटपाथ पर. तुम्हारे पास तो बस rose देने के पैसे होते थे और मगर आज मैं कहाँ हूँ. बस तुम्हे छोड़ने से ही.”

मेरे होठो पर मुस्कान आ गई. उसके नादानी पर. जिनका प्यार भी गिरगिट के जैसा होता है. बदलने में देर नहीं लगता. जो भी मिले उसे से प्यार करने लगे उसके रंग में अपना रंग मिला लिया. और बेरंग कर दिया पहला रंग.

कुछ साल पहले दीपा ने मेरा प्यार ठुकरा दिया. क्यों की मेरे हालत ऐसे नहीं थे की मै उसे बड़े होटले में ले जाऊ, उसे महंगे शोपिंग करा पाउँ. मगर ‘प्यार’ एक यही था मेरे पास उसके लिए.

जो उसे नहीं चाहिए था. पैसे के आगे प्यार का कोई वैल्यू नहीं था. सच्चा प्यार नहीं. सच्चा पैसे वाला चाहिए था उसे.

नई लव स्टोरी हिंदी । जब मै बड़ा बन गया

“सॉरी सर आपको wait करना पड़ा. मैं जल्दी आ गया मगर बाहर कुछ लेट हो गया.”

मुकेश आ गया जिसका मैं कब से wait कर रहा था.

“कोई बात नहीं. थोड़ा बहुत लेट हो जाता है.” मैंने उसे बैठने को कहा. लेट होने से वह जल्दी-जल्दी बोल रहा था.

दीपा आश्चर्य से मुझे देख रही थी. जो अभी तक अपना बात बोले जा रही थी. वह चुपचाप हमारा बात सुन रही थी.

“सर ये मेरी वाइफ है दीपा. कल से बोल रही थी मुझे भी चलना है तो मैं इसे भी लेते आया.”

मैंने दीपा के तरफ देखकर मुस्करा भर दिया.

नई लव स्टोरी हिंदी । जब अंतिम बार देखा

“और दीपा यह हमारे सर है ‘नितिन सर’ जिनका यह होटल है और पता है सर ने अभी तक शादी भी नहीं किया. किसी लड़की से सर बहुत प्यार करते थे मगर उस लड़की ने इनको गरीब होने से छोड़ दिया था. उसके बाद सर ने इतनी ज्यादा दौलत कमाया की लड़की ने सपने में सोचा नहीं होगा. कितनी मतलबी होगी न वह? ऐसी लड़की तो…..”

“ठिक है राकेश मैं चलता हूँ.” मैंने उसके बात को बिच में काटते हुए बोला. कैसे उसके बारे में कुछ सुन सकता था. उसे जो अच्छा लगा उसने किया. मगर मैं तो अभी भी उसके लिए था. प्यार तो उतना ही था. ये न तो मरता है ना ही खत्म होता. यह तो चलते रहा है.

मैं गेट से बहार निकलते हुए देखा, दीपा भींगी आँखों से देख रही थी.

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Moral of this love stories in Hindi

Beware of the girls and women online these days.

You cannot find true love on the Internet without meeting anyone actually. If we find a reaction from the audience good then we will write more this type of love story in Hindi with moral,Hindi story

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