GPS का full form Global Positioning System है. आज हर एक smartphone में GPS system लगा हुआ है।
और कोई भी व्यक्ति आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकता है।
लेकिन क्या आप जानते है, की यह सिस्टम पहले सिर्फ US Military के लिए ही थी.
GPS अपने आप में एक बहुत ही powerful system है. और यह बहुत ही complex सिस्टम है।
हमने आपको आसान भाषा में GPS kya hai या GPS in Hindi में समझाने की कोशिश की है.
विषय सूचि
GPS क्या है | What is GPS in Hindi.
यह satellite से जुडी radio navigation system है. जो United States government द्वारा संचालित है.
यह एक global navigation satellite system है. जो geolocation और time information GPS receiver तक पहुंचाती है.
इस सिस्टम को NAVSTAR (Navigation Satellite Timing & Ranging) भी कहा जाता है।
GPS का इतिहास | History of GPS in Hindi
1973 मै Department of Defense U.S. (अमेरिका ) द्वारा GPS project को launch किया गया था।
और 1995 में यह operation में आया।
यह सिस्टम पहले आम नागरिक के लिए उपलब्ध नहीं थी, इसे पहले US (अमेरिका ) की आर्मी के लिए उपयोग में लिया गया था.
तो जब अमेरिका ने इसे नागरिक के लिए उपलब्ध कराया तब इस की quality को कम करके उपलब्ध कराया गया था.
बाद में may 2000 में bill Clinton द्वारा जनता के लिए accurate GPS system उपलब्ध कराया गया।
GPS application or use | GPS के उपयोग
GPS इन पांच category में use होता है.
- Location (अपनी location जानने के लिए )
- Navigation (एक जगह से दूसरी जगह जाने लिए )
- Tracking (किसी चीज या वाहन को track करने के लिए)
- Mapping (दुनिया का नक्शा बनाने के लिए)
- Timing (सही समय जानने के लिए )
- space shuttle जोकि अपने आप को GPS के द्वारा navigate करती है।
- tractor जो अपने आप GPS की मदद से हल चलता है।
- airplane जो खुदसे landing करता है, GPS की मदद से।
- football कोच, खिलाडियो को GPS की मदद से ट्रैक करता है।
- एक hiker अगर अपना रास्ता भूल जाता है, तो GPS की मदद से, safely वापिस आ सकता है.
- animals को ट्रैक करने के लिए GPS का उपयोग होता है।
- military में ( मिसाइल्स, bombs में और aircraft में )
GPS कैसे काम करता है | How GPS works in Hindi
Global Positioning System (GPS) करीब 30 satellites का network है, जो की पृथ्वी से 20,000 km दूर orbit में घूम रही है।
यह सिस्टम मूल रूप से US government (अमेरिका ) के द्वारा develop किया गया था।
इसका US आर्मी नेविगेशन के लिए उपयोग में लेती थी।
लेकिन इस वक्त कोई भी व्यक्ति जीपीएस को मोबाइल या किसी GPS device की मदद से radio signal receive कर सकता है।
GPS का accurate use करने के लिए, कभी भी आप को कम से कम 4 satellites ‘visible’ होनी चाहिए।
हर एक satellites regular समय के अंतराल पर अपनी position और current time की information के signal transmits करती रहती है.
यह signals कुछ speed पर travel करते है. (light की स्पीड पर)
आप का GPS receiver यह signals को receive करता है, और यह message को receiver तक पहुंचने में कितना टाइम लगा, उसके आधार पर यह calculate करता है, की यह satellite कितनी दूर है।
एक बार यह inform हो जाए, की कम से कम 3 satellite आप से कितनी दूर है,तो GPS device पता लगा सकती है, की आप की लोकेशन क्या है.
और इस प्रोसेस को trilateration कहते है.
Trilateration kya hai | Trilateration in Hindi
यहाँ दिए गए चित्र में देखिये , कल्पना कीजिये की आप पृथ्वी पर कही है, और आप को पता है, की आप satellite A से कितनी दूरी पर है तो इसका मतलब की आप लाल circle में कही पर है।
और इसी तरह से आपको पता होगा की satellite B और C से आप कितनी दूरी पर है।
और जहा पर यह तीनो circles intersect (मिलते) है,वहा पर आप की लोकेशन है।
यह तो बात हो गई 3 satellite की, लेकिन जितनी ज्यादा satellite होगी, उतनी ही ज़्यादा Accuracy से आप अपनी लोकेशन को जान पायेंगे।
How to use GPS in Hindi
GPS का उपयोग आसान है,आज हर एक स्मार्टफोन में GPS रिसीवर होता है।
और गूगल मैप से, और कई सारी app, से आप GPS को कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हो.
फिलहाल GPS IoT के क्षेत्र में बढ़ने लगा है.
जैसे की कई logistic या courier कंपनी में इसका उपयोग ट्रैकिंग के लिए होता है.
यहाँ हमने NAVSTAR की जोभी satellite orbit में है, उसकी जानकारी दी है.
Navstar satellites
No. | Satellite | Launched on |
1 | NAVSTAR 1 | 22-02-1978 |
2 | NAVSTAR 2 | 13-05-1978 |
3 | NAVSTAR 3 | 07-10-1978 |
4 | NAVSTAR 4 | 11-12-1978 |
5 | NAVSTAR 5 | 09-02-1980 |
6 | NAVSTAR 6 | 26-04-1980 |
7 | NAVSTAR 7 | 19-12-1981 |
8 | NAVSTAR 8 | 14-07-1983 |
9 | NAVSTAR 9 | 13-06-1984 |
10 | NAVSTAR 10 | 08-09-1985 |
11 | NAVSTAR 11 | 09-10-1985 |
जैसे अमेरिका की Navstar system है, वैसे ही कुछ देश हे, जिनकी अपनी खुद की navigation सिस्टम है. जिसमे भारत भी शामिल है।
भारत की navigation system का नाम है:- Indian Regional Navigation Satellite System (IRNSS)
Country | Navigation system |
India | IRNSS |
Russia | Glonass |
china | Bei-dou 2 |
Europe union | GALILEO |
USA | NAVSTAR |
Japan | Quasi-Zenith Satellite System |
इन सभी में से भारत और चीन की satellites सिर्फ अपने देश के एरिया को ही कवर करती है।
आज के समय में IoT में भी GPS का बहुत उपयोग होने लगा है।
IoT के बारे में और पढ़े।
GPS का कई क्षेत्र में और भी इस्तेमाल हो सकता है।
भविष्य में यह technology और भी improve होगी।
GPS receiver की calculation
वैसे तो यह calculation थोड़ी जटिल होती है,
लेकिन हमने आपको आसान भाषा में समजने की कोशिश की है।
GPS के रेडियो signal light की स्पीड से travel करते है।
और gps रिसीवर उस satellite से कितना दूर है वह पता लगाता है।
और यह पता लगाने के लिए जीपीएस रिसीवर को radio सिग्नल receive करने में कितना टाइम लगा इससे distance calculation किया जा सकता है।
जैसे की हमें पता है, की
distance = velocity × time |
यहां पर velocity = light की speed होगी।
मतलब की 299792458 m/s
इसमें special relativity को ध्यान में रखते हुए calculation करनी पड़ती है।
तो आप हमें कमेंट कर के जरूर बताये की आप को यह GPS kya hai in Hindiआर्टिक्ल कैसा लगा।