15 Best Short Motivational Stories in Hindi with Moral for Success

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Motivational Stories in Hindi : किसी बड़े काम को करने के लिये एक बड़ी energy चहिये होती है और वो energy आती है किसी की life story से, किताबों से, या फिर छोटी-छोटी कहानियों से।

कहानियाँ छोटी जरूर होती हैं लेकिन सीख बड़ी दे जाती हैं, चीजों को देखने का एक अलग नजरिया देती, किसी काम को दिल से करने के लिये उत्साह देती हैं और इसीलिये आज मैं आपके सामने Hindi Kahani के इस प्लेटफॉर्म पर ऐसी ही कुछ Motivational story in Hindi लेके आया हूँ जो आपकी बदल के रख देगी।

और आशा करता हूँ कि ये Motivational kahaniya आपको अपने सपने को पाने में, आपकी बुरी आदतों को मिटाने में, और कभी भी Give up ना करने में मदद करेगी।

तो चलिये सुरू करते हैं एक-एक करके…

Table of Contents

सोच बदलो, जिंदगी बदल जायेगी । Motivational Story in Hindi

एक गाँव में सूखा पड़ने की वजह से गाँव के सभी लोग बहुत परेशान थे, उनकी फसले खराब हो रही थी, बच्चे भूखे-प्यासे मर रहे थे और उन्हें समझ नहीं आ रहा था की इस समस्या का समाधान कैसे निकाला जाय।

उसी गाँव में एक विद्वान महात्मा रहते थे।

गाँव वालो ने निर्णय लिया उनके पास जाकर इस समस्या का समाधान माँगने के लिये, सब लोग महात्मा के पास गये और उन्हें अपनी सारी परेशानी विस्तार से बतायी, महात्मा ने कहा कि आप सब मुझे एक हफ्ते का समय दीजिये मैं आपको कुछ समाधान ढूँढ कर बताता हूँ।

गाँव वालो ने कहा ठीक है और महात्मा के पास से चले गये।

एक हफ्ते बीत गये लेकिन साधू महात्मा कोई भी हल ढूँढ न सके और उन्होंने गाँव वालो से कहा कि अब तो आप सबकी मदद केवल ऊपर बैठा वो भगवान ही कर सकता है।

अब सब भगवान की पूजा करने लगे भगवान को खुश करने के लिये, और भगवान ने उन सबकी सुन ली और उन्होंने गाँव में अपना एक दूत भेजा।

गाँव में पहुँचकर दूत ने सभी गाँव वालो से कहा कि “आज रात को अगर तुम सब एक-एक लोटा दूध गाँव के पास वाले उस कुवे में बिना देखे डालोगे तो कल से तुम्हारे गाँव में घनघोर बारिश होगी और तुम्हारी सारी परेशानी दूर हो जायेगी।” इतना कहकर वो दूत वहा से चला गया।

गाँव वाले बहुत खुश हुए और सब लोग उस कुवे में दूध डालने के लिये तैयार हो गये लेकिन उसी गाँव में एक कंजूस इंसान रहता था उसने सोचा कि सब लोग तो दूध डालेगें ही अगर मैं दूध की जगह एक लोटा पानी डाल देता हूँ तो किसको पता चलने वाला है।

रात को कुवे में दूध डालने के बाद सारे गाँव वाले सुबह उठकर बारिश के होने का इंतेजार करने लगे लेकिन मौसम वैसा का वैसा ही दिख रहा था और बारिश के होने की थोड़ी भी संभावना नहीं दिख रही थी।

देर तक बारिश का इंतेजार करने के बाद सब लोग उस कुवे के पास गये और जब उस कुवे में देखा तो कुवा पानी से भरा हुआ था और उस कुवे में दूध का एक बूंद भी नहीं था।

सब लोग एक दूसरे की तरफ देखने लगे और समझ गये कि बारिश अभी तक क्यों नहीं हुई।

और वो इसलिये क्योँकि उस कंजूस व्यक्ति की तरह सारे गाँव वालो ने भी यही सोचा था कि सब लोग तो दूध डालेगें ही, मेरे एक लोटा पानी डाल देने से क्या फर्क पड़ने वाला है।

और इसी चक्कर में किसी ने भी कुवे में दूध का एक बूँद भी नहीं डाला और कुवे को पानी से भर दिया।

Moral of the Story:

Same तरह की गलती आज कल हम अपने real life में भी करते रहते हैं, हम सब सोचते है कि हमारे एक के कुछ करने से क्या होने वाला है लेकिन हम ये भूल जाते है कि “बूंद-बूंद से सागर बनता है।“

अगर आप अपने देश, समाज, घर में कुछ बदलाव लाना चाहते हैं, कुछ बेहतर करना चाहते हैं तो खुद को बदलिये और बेहतर बनायिये बाकी सब अपने आप हो जायेगा जायेगा।

आज से आलस्य बंद कर दोगेMotivational Stories for Employees in Hindi 

आलस्य आपको कहीं लेके नहीं जायेगा (Laziness Won’t Get You Anywhere)

प्राचीन समय में एक राजा रहता था जिसने एक बार एक बड़ा सा पत्थर एक सड़क के बीच मे रख दिया, और एक झाड़ के पीछे छिपकर बैठ गया ये देखने के लिये कि उस पत्थर को सड़क से कोन हटाता है।

एक दिन वहा से सब्जी की टोकरी लिये एक किसान जा रहा था और उसने देखा कि रास्ते में एक बड़ा सा पत्थर पड़ा हुआ है, उसने अपनी सब्जी की टोकरी को नीचे उतारकर उस पत्थर को वहा से हटाने लगा। पत्थर काफी बड़ा था तो उसे वो पत्थर हटाने में बहुत मेहनत करनी पड़ी लेकिन उसने वो बड़ा सा पत्थर वहा से हटा दिया।

पत्थर हटाने के बाद उस किसान कि नजर पत्थर के नीचे दबे एक थैले पर पड़ी जो बहुत सारे सोने के सिक्के, रुपिये-पैसे, हीरे-जवाहरात से भरा हुआ था। पत्थर हटने के बाद राजा बाहर आया और उस किसान से कहा कि ये सोने-चाँदी, हीरे-जवाहरात से भरा थैला उसका था जो इस पत्थर को 1हटाता। यहां से बहुत सारे लोग गुजरे लेकिन किसी ने भी पत्थर नहीं हटाया और अंत मे तुमने इस प्त्थर को हटाया इस्लिये ये थैला तुम्हारा हुआ।

संघर्ष ही आपको बलवान बनाता हैHindi Moral Stories for Students

संघर्ष ही आपको मज़बूत बनायेगा (Struggle will Make You Stronger)

Motivational Story in Hindi – एक समय की बात है, एक अदमी काम से कहीं बाहर जा रहा था और रास्ते में उसने एक तितली को देखा जो कि अभी अपने अंडे से बाहर आने का प्रयास कर रही थी।

वो अदमी वहा बैठ गया और इस दृश्य को देखने लगा, घंटों बीत गया और वो तितली अंडे के उस छोटे से छेद से बाहर निकलने के लिये बहुत मेहनत और संघर्ष कर रही थी लेकिन कुछ समय बाद ऐसा लगने लगा कि वो तितली अंडे के उस छोटे से छेद में फंस गई हो।

वहा बैठा वो अदमी उस तितली की मदद करने की सोची, उसने एक कैंची लिया और अंडे के उस छोटे से छेद को बड़ा कर दिया जिससे वो तितली आसानी से बाहर आ गयी।

अंडे से तितली के बाहर निकलने के बाद उस इंसान ने देखा कि उसका शरीर फूला हुआ है और पंख सुखे हुए हैं और उसने सोचा कि थोड़ी देर इंतेजार करता हूँ और जब तितली अपने पंख फैलायेगी तब उसे उड़ने में उसकी मदद करूँगा। लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं, उस तितली को अपनी पूरी जिंदगी फूले हुए शरीर और सूखे पंख के साथ बितानी पड़ी।

एक दयालु हृदय होने के बावजूद भी वो इंसान ये नहीं समझ सका कि तितली को उस अंडे से निकलने में संघर्ष करवाना भगवान का एक रास्ता है उसे इस दुनिया में सुरक्षित लाने के लिये।

जो डर गया वो मर गया । Inspiring Story for  Success

Motivational Story in Hindi – एक बार मेढ़क का एक समूह एक जंगल में घूमने के लिये निकला, वो जा रहे थे कि रास्ते में एक कुँआ आया और 2 मेढ़क उसमें गिर गये।

ऊपर बचे सभी मेढ़क कुएँ की गहरायी को देखकर डर गये और नीचे गिरे मेढकों को बोलने लगे कि अब तुम बाहर नहीं आ पाओगे लेकिन उन दोनों ने उनकी बातों को नजरअंदाज किया और कुएँ से बाहर आने के लिये प्रयास करते रहे।

उन दो मेढकों के इतनी मेहनत के बाद भी ऊपर से सारे मेढ़क ये बोले ही जा रहे थे कि रहने दो तुम बाहर नहीं आ सकते, कुँआ बहुत गहरा है, और उन दोनों में से एक मेढ़क ने ऊपर वालो की बात सुनकर प्रयास करना बंद कर दिया और मौत के और करीब चला गया लेकिन दूसरा मेढ़क अपनी पूरी ताकत लगाकर कूदता रहा, प्र्यास करता रहा।

ऊपर के मेढ़क उसे भी प्रयास करने से मना कर रहे थे लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और एक ऐसी छलांग लगायी की वो कुएँ से बाहर आ गया।

उस कुएँ से बाहर निकलने के बाद सब उस मेढ़क से पूछने लगे “तुम हमें सुन नहीं रहे थे क्या?”

उस मेढ़क ने कहा कि वो बहरा है और उसे लगा कि बार बार मेरे साथी मुझे प्रोत्साहित कर रहे हैं।

बहुत जल्दी किसी को Judge कर लेते होInspirational Stories in Hindi

किसी को judge मत करो (Don’t Judge a Person)

एक 24 साल का लड़का ट्रेन की खिड़की से बाहर देखकर चिल्लाया और अपने पापा से कहा…

पापा, वो देखिये सारे पेड़ पीछे जा रहे है !

पापा ने smile दिया और पास में बैठा एक couple उस लड़के की तरफ दया भावना दिखाते हुए देखा, इतने में लड़का फिर चिल्लाया…

पापा, वो देखिये सारे बादल हमारे साथ भाग रहे हैं !

उस couple से रहा नहीं गया और उस बूढ़े अदमी से कहा कि “आप इसे किसी अच्छे डॉक्टर को क्यूँ नहीं दिखाते?”

बूढ़े अदमी ने हँसकर कहा, हम लोग अभी हॉस्पिटल से ही आ रहे हैं, मेरा लड़का बचपन से अंधा था और उसे आज ही अपनी आँख मिली है।

अपनी समस्याओं से कैसे सीखेंShort Story in Hindi for Motivation

अपने परेशानियों से सीखो (Learn From Your Problems)

Motivational Story in Hindi – एक अदमी अपने सबसे पसंदीदा गधे के कहीं जा रहा था, रास्ते में वो गधा एक बड़े से एक गड्ढे में गिर गया।

उस गधे को गड्ढे से बाहर निकालने के लिए उस इंसान बहुत मेहनत की लेकिन उसे बाहर निकाल नहीं पाया, काफी प्रयासों के बाद उस इंसान ने गधे को जिंदा दफना देने की सोची।

और वो उस गधे के ऊपर मिट्‍टी डालने लगा।

ऊपर मिट्‍टी पड़ने की वजह से गधे को वजन महसूस होने लगा और उसने अपना शरीर हिलाकर मिट्‍टी को नीचे गिरा दिया और उसके ऊपर खड़ा हो गया। वो अदमी मिट्‍टी डालता गया और गधा उसे नीचे गिराकर उस पर खड़ा होता गया।

अदमी जितना ज्यादा मिट्‍टी डालता गया गधा उतना ऊपर आता गया, और दोपहर तक वो गधा बाहर निकलकर घास खा रहा था।

जो दोगे वही मिलेगाReal Life Inspirational stories in Hindi

आप जो देते हो, वही पाते हो (You Get, What You Give)

एक किसान था जो रोजाना एक बेकरी वाले (Baker) को मक्खन दिया करता था।

एक दिन Baker ने सोचा कि चलो आज मक्खन को तौल्कर के देखता हूँ कि जितना मक्खन मैंने माँगा था उतना मुझे मिलता है कि नहीं। और उस Baker को पता लगा कि वो किसान पूरा मक्खन नहीं दे रहा था।

और इस बात के लिये Baker किसान को कोर्ट लेके गया।

Judge ने किसान से पूछा कि तुम मक्खन का माप-तौल कैसे करते हो।

किसान ने कहा “माई-बाप मैं एक साधारण इंसान हूँ और मेरे पास माप-तौल के लिये कोई मशीन तो नहीं है इसीलिये एक तराजू को उपयोग में लेता हूँ।”

Judge ने पूछा “तुम तराजू में मापन के लिये क्या रखते हो?”

किसान ने कहा “माई-बाप कुछ समय पहले से ही ये Baker मुझसे मक्खन लेना सुरू किया था और मैं इससे 1 किग्रा ब्रेड लेता था।”

रोज जब Baker मक्खन लेने आता था तो वो मेरे लिये ब्रेड लेके आता था और उसी ब्रेड के वजन से मैं इनको मक्खन तौल के देता था। इसलिये अगर हममें से कोई गुनहगार है तो वो Baker खुद है।

तो ये थीं कुछ Motivational stories in Hindi और मै आशा करता हूँ कि ये कहानियाँ पसंद आयीं होगी और आपने कुछ जरूर सीखा होगा।

कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट करके जरूर बताये की आप को सबसे अच्छी कहानी कोन सी लगी।

मुर्गे का घमंडMotivational Story in Hindi

एक दिन कुछ बच्चो ने एक मुर्गे को खूब परेशान किया इससे मुर्गा बहुत नाराज हो गया और उन सबको सबक सिखाने के लिए उसने एक तरकीब निकाली ।

और वो तरकीब ये थी कि कल सुबह जब सबका उठने का समय होगा तब मैं बोलूंगा ही नहीं और सब सोते ही रह जाएंगे । अगले दिन सुबह हुई मुर्गा नहीं बोला लेकिन फिर भी सब उठ गए और नहा धोकर काम पर जाने लगे ।

और इससे मुर्गे को समझ आयी कि किसी का काम किसी के बिना रुका नहीं रहता और उसके बाद फिर मुर्गे ने कभी भी घमंड नहीं किया । 

हमें भी कभी किसी चीज पर घमंड नहीं करनी चाहिए हमारे पास जो हो उसे शेयर करनी चाहिए । 

आज से आपका Depression और Stress बंदStory For Stress and Depression

Dont’t Take Stress

एक बार एक मनोविज्ञानी (psychology) प्रोफेसर class में बैठे कुछ बच्चों को Stress management के कुछ सिद्धांत (principles) सिखा रहे थे।

उदाहरण देने के लिये उन्होंने पानी का एक गिलास उठाया और सबसे पूछा कि यहाँ पर कोई मुझे इस पानी के गिलास का वजन बता सकता है।

बच्चों ने जोश के साथ जवाब दिया इस गिलास का वजन 50-100 ग्राम के आस-पास होगा।

प्रोफेसर ने कहा आप सबने सही जवाब दिया लेकिन इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि इस गिलास का ठीक (exact) वजन क्या है, फर्क इस बात से पड़ता है कि पानी के इस गिलास को मैं कितनी देर अपने हाथ में पकड़े रहता हूँ।

अगर मैं इस गिलास को 1-2 मिनट तक पकड़े रहता हूँ तो ज्यादा कुछ फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन अगर मैं इसी गिलास को 1-2 घंटे तक पकड़े रहता हूँ तो मेरा हाथ दर्द करने लगेगा, और अगर मैं इसी गिलास को 1-2 दिन तक पकड़े रहता हूँ

तो मेरा हाथ ऐंठकर सुन्न हो जयेगा और लकवा (paralyze) भी मार सकता है। और मुझे बार बार मज़बूर करेगा गिलास को गिरा देने के लिये।

इसका मतलब कि गिलास का जो वजन था वो किसी भी अवस्था में नहीं बदला और न ही बदलेगा, बात बस इतनी सी है कि जितनी देर तक मैं इस गिलास को पकड़े रहूँगा उतना ज्यादा वजन ये मुझे महसूस करायेगा।

प्रोफेसर के इन बातों ने class में बैठे सारे बच्चों को हिलाकर रख दिया। प्रोफेसर बोले, आपके जीवन में तनाव और चिंता इसी पानी के गिलास की तरह हैं जितना आप उसके बारे में सोचोगे उतना ही आपका तनाव बढ़ता जयेगा और एक समय ऐसा आयेगा कि वो आपको paralyze कर देगा।

और आप कुछ भी नहीं कर पाओगे जब तक इस तनाव से बाहर नहीं आ जाओगे।

Don’t think much about your past otherwise it may paralyze you and you wouldn’t be able to do anything in your life.

आज माँ की Value पता चलेगी । Inspiring Hindi Story By Swami Vivekananda

स्वामी विवेकानंद एक बार किसी काम से अमेरिका गये हुए थे, और वहां उनके पास एक अंग्रेज़ आया और उसने स्वामी जी से एक सवाल पूछा कि स्वामी जी आपके हिंदुस्तान में “माँ” को सबसे ऊँचा दर्जा क्यों दिया जाता है, क्यों लोग पहले माँ को पूजते और बाद में भगवान को।

स्वामी विवेकानंद उसकी तरफ मुस्कुराते हुए देखे और उस अंग्रेज से कहा कि वहां पास में एक पत्थर पड़ा हुआ है उसे उठा लाओ।

अंग्रेज़ पत्थर लेकर आ गया, अब स्वामी जी ने उससे कहा कि इस पत्थर को एक कपड़े में लपेटकर अपने कमर से बाँध लो।

कमर से पत्थर बाँधने के बाद स्वामी जी ने उस अंग्रेज़ से कहा कि अब तुम जाओ और 2 घंटे बाद आना फिर में तुम्हारे सवालों के जवाब दूंगा लेकिन एक बात का ध्यान रहे कि तुम अपनी कमर से इस कपड़े को खोलना नहीं।

अंग्रेज़ वहां से चला गया, पत्थर के वजन के कारण उसे चलने फिरने में बहुत तकलीफ हो रही थी और 1 घंटे पहले ही स्वामी जी के पास पहुँच गया और उनसे कहने लगा कि रहने दीजिये मुझे आपसे कोई सवाल नहीं पूछनी, में अब ये पत्थर हटा रहा हूँ अपनी कमर से।

स्वामी जी ने उस अंग्रेज़ की तरफ मुस्कुराते हुए देखकर बोले – “इसीलिये हमारे हिंदुस्तान में माँ को भगवान से भी ऊँचा दर्जा दिया जाता है, तुम इस पत्थर को अपने कमर से एक घंटे भी बाँध कर नहीं रख सके और माँ हमें पूरे 9 महीने अपने पेट में रखती है।“

बड़ी से बड़ी आंधी-तूफान क्यों न आ जाये फिर भी हमें वो किसी तरह का नुकसान नहीं पहुँचने देती है।

सीख: जिंदगी में बड़ी से बड़ी मुश्किल की घड़ी क्यों न आ जाये लेकिन कभी भी अपने मम्मी-पापा का साथ मत छोड़ना क्योँकि जब आप छोटे थे तब उन्होंने एक पल के लिये भी आपका हाथ नहीं छोड़ा था।

रिश्तों को कैसे आसानी से मजबूत बनायेंHindi Story for Relationship Motivation

Motivational Story in Hindi – एक garden में एक बार दो बच्चे एक लड़की और एक लड़का खेल रहे थे, लड़के के पास कुछ सुंदर-सुंदर चमकते हुए पत्थर थे और लड़की के पास कुछ chocolates थे।

लड़के ने लड़की को offer किया कि अगर वो अपने सारे chocolates लड़के को दे दे तो वो उसे अपने सारे पत्थर दे देगा।

लड़की तैयार हो गयी और उसने लड़के को उस पत्थर के बदले अपने सारे chocolates दे दिये, लेकिन लड़के ने उसे सारे पत्थर नहीं दिये, उसमें जो सबसे सुंदर और बड़ा पत्थर था उसको उस लड़के ने छुपा लिए और बाकी के सारे पत्थर दे दिये।

अदला-बदली करने के बाद दोनों घर चले गये, रात को जब दोनों सोने गये तो लड़की तो आराम से सो गयी लेकिन लड़का सोचने लगा कि सायद लड़की ने उसे सारे chocolates नहीं दिये थे बल्कि अच्छे chocolates उसने छुपा लिये होगे, और यही सोच-सोचकर उसे पूरी रात नींद नहीं आयी।

Moral of the Story

पहली सीख – अगर किसी भी relationship में आप अपना 100% नहीं देते तो आपको हमेसा ये doubt रहेगा कि उसने अपना 100% नहीं दिया होगा इसलिये don’t cheat with anyone.

दूसरी सीख – आप जिसके साथ जैसा करते है या सोचते हैं वैसा ही आप दूसरो के साथ भी करते हैं इसलिये हमेसा अच्छा करें और अच्छा सोचें।

भगवान बुद्ध की अनोखी विचारधाराBest Inspirational Story in Hindi by Gautama Buddha

एक समय की बात है भगवान बुद्ध अपने कुछ संतों के साथ रामपुर नामक एक गाँव में कथा कहने के लिये जा रहे थे।

गाँव की तरफ जाते समय उन्हें और उनके संतों को रास्ते में कुछ छोटे-छोटे गड्ढे खुदे हुए दिखायी दिये।

उन संतों में से एक सन्त ने भगवान बुद्ध से पूछा, स्वामी रास्ते में इतने सारे गड्ढे खोदने का क्या कारण हो सकता है?

भगवान बुद्ध ने एक मुस्कराहट के साथ उस सन्त को जवाब दिया कि कोई व्यक्ति यहाँ पानी की तलाश कर रहा था, एक जगह पानी नहीं मिला तो दूसरी जगह गड्ढा किया, और फिर तीसरी, फिर चौथी और जब वो गड्ढा खोद-खोदकर थक गया और इतनी मेहनत करने के बाद भी पानी नहीं मिला तो छोड़ कर चला गया।

अगर वो कई जगह खोदकर पानी ढूँढने के बजाय एक ही जगह अपनी सारी ऊर्जा लगाकर गड्ढा खोदता तो सायद उसे पानी मिल जाता।

इसी लिये कहा जाता है कि किसी भी काम को करते समय धैर्य रखना चाहिये, क्या पता कि हम अपनी मंजिल तक पहुँचने ही वाले हो और बस पास में ही पहुँचकर हार मान लें।

लड़के के हिम्मत का जवाब नहीं । Hindi Motivational Story

True Hindi Motivational Story : एक गाँव में एक बहुत विशाल राक्षस रहता था जो गाँव के सभी लोगों को हमेशा डरा-धमका के रखता था जिससे गाँव के किसी भी इंसान में हिम्मत नहीं होती थी कि वो उस राक्षस के सामने भी आ सके।

एक दिन उसी गाँव का एक लड़का अपने बड़े भाई से पूछ्ने लगा कि भैया आप उस राक्षस से इतना डरते क्यों हो, जाकर उसे मारते क्यों नहीं?

बड़ा भाई बोला, “पागल हो गया है क्या, उसकी हाइट देखी है तूने, मारने से तनिक भी चूकेगा नहीं वो”।

छोटा भाई बोला आप गलत बोल रहे हो, “अपने लंबे हाइट के कारण वो मारने से नहीं बचने से चूकेगा।”

और उसी दिन छोटे ने अपनी गुलेल अपनी गुलेल निकाली और उस राक्षस को मार गिराया।

सीख:

इस कहनी में भी इसके दो नजरिये थे जिसमें से एक सारे गाँव वालो को दिखी जिससे वो डरते रहे और दूसरा नजरिया उस छोटे से लड़के को दिखी जिसकी वजह से उसने उस राक्षस को मार गिराया।

हम सब के पास life के हर मोड़ पर 2 रास्ते होते हैं, अब ये हम पर निर्भर करता है कि हम कौन सा चुनते हैं, जो रास्ता हम चुनेगे वैसी ही हमारी विचारधारा बनती चली जायेगी और वैसे ही हम बनते चले जायेगे।

इसलिये चीजों को पहले हर नजरिये से देखने की कोशिश करो और फिर उस पर काम करना शुरू करो।

हीरे की फसल । Motivational Hindi Story for Happiness

Short Story in Hindi: एक गाँव में किशोर नामक एक किसान रहता था जिसके पास बहुत सारी जमीन थी, जिसमें से वो बहुत सारे अनाज उगाता था और अपने परिवार की सारी जरूरतो को पूरा करता था, इससे वो और उसका परिवार बहुत ख़ुश भी था।

एक दिन उसके घर एक जोहरी आया और वो किसान को हीरों के बारे में बताने लगा, जोहरी ने किसान से कहा कि अगर तुम्हारे पास इस उंगली की आधे जितनी size का हीरा हो तो तुम पूरे एक राज्य को खरीद सकते हो और अगर पूरे उंगली के size की हो तो पूरा देश।

जोहरी के इस बात से किसान का दिमाग एक दम चकाचौंध हो गया और रात भर उसको नींद नहीं आयी इसी बात को सोच सोच कर।

सुबह उठकर उसने निर्णय लिया कि परिवार वालो का देखभाल करने के लिये वो अपना सारा खेत बेंच देगा और हीरे की खोज में निकल जायेगा।

और उसने अपना खेत एक श्याम नाम के किसान को बेंच दिया और खुद हीरा खोजने के लिये निकल गया। वो दुनिया भर के कई देशों जैसे अमेरिका, कनाडा, पेरिस में जाकर हीरे की खोज की लेकिन हीरा उसे कहीं भी नहीं मिला और अंत में उसने हार मानकर घर लौटने का सोचा।

किशोर किसान के घर लौटने से पहले, श्याम किसान एक दिन अपने ऊँट को पानी से नहला रहा था, नहलाया हुआ गंदा पानी श्याम के उसी खेत के एक छोटे से नाली से होकर बह रहा था जो उसने किशोर किसान से खरीदे थे।

नाली में कुछ पत्थर पड़े हुए थे जो पानी और सूरज की रोशनी पाकर चमकने लगते थे। उसी दिन वो जोहरी वहा से गुजर रहा था और उसकी नजर उस पत्थर पर पड़ी और उसने श्याम से पूछा कि “किशोर जी लौटकर आ गये क्या?”

श्याम बोला नहीं तो।

जोहरी ने पूछा फिर वो हीरा कहां से आया और उसे वहा मिट्‍टी में किसने फेंक दिया है।

श्याम बोला वो हीरा नहीं पत्थर है जो पूरे खेत में पड़ा हुआ है और जब इस पर पानी और रोशनी पड़ती है तो ये चमकने लगता है।

जोहरी ने एक पत्थर उठाकर check किया तो सच में वो हीरे ही थे जो पूरे खेत में पड़े हुए थे जिनसे देश तो को पूरा एक planet भी खरीदा जा सकता था।

सीख:

Short Story in Hindi: चीजें हमारे अंदर ही छुपी होती हैं पर हम उन्हें बाहर ढूँढते रहते हैं।

हमारे अंदर talent और power की कमी नहीं है, बस जरूरत है तो उसे पहचानने की।

तो ये थी कुछ Short Story in Hindi, आशा करता हूँ आपको पसंद आयीं होगी और अगर पसंद आयीं हो तो नीचे comment box में comment करके हमें जरूर बताये।

डायमंड और लड़के का चाचा । Motivational Story in Hindi

एक शहर में एक जौहरी रहता था, किसी कारण बस एक दिन उसका निधन हो गया और उसके बीवी बच्चे सड़क पर आ गए । हालत इतनी ख़राब हो गयी कि भूख मिटाने के लिए उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ रहा था ।

जौहरी के बीवी के पास एक हीरा था जिसको उसने अपने लड़के को दिया और कहा कि इसे लेकर अपने चाचा के पास जाओ और उनसे कहना कि अच्छे दाम देखकर इसे बिकवा दे। 

लड़का वो हीरा लेकर अपने चाचा के पास गया और उन्हें सारी बात बिस्तार से बताते हुए वो हीरा बिकवाने के लिए कहा, उसके चाचा ने हीरा देखा और कहा कि बेटा ये हीरा लेकर तुम अभी घर जाओ और अपनी माँ से कहना कि हीरो का भाव

अभी मन्दा चल रहा है, जब मार्केट में भाव बढ़ेगा तब मैं बिकवा दूँगा। साथ मे उसके चाचा ने उस लड़के को कुछ पैसे दिए और कहा कि कल से तुम दुकान पर आ जाया करना । 

लड़का घर चला गया और दूसरे दिन से वो अपने चाचा के दूकान पर जाकर बैठने लगा और धीरे-धीरे काम सीखने लगा । काम सीखते-सीखते वो एक दिन इतना बड़ा जौहरी बन गया की दूर-दूर से लोग हीरो की पहचान करवाने के लिए उसके पास आने लगे

एक  दिन उसके चाचा ने कहा की बेटा हीरो का दाम अभी मार्केट में अभी बढ़ गया है, तो कल जब तुम आओ तो घर से वो हीरा लेते आना । अब क्योंकि वो  खुद बहुत बड़ा जौहरी बन गया था तो पहले उसने खुद हीरे को चेक किया और उसे पता चला की वो हीरा नकली था ।  

वो अपने चाचा के पास गया और ये बात जब उन्हें बताई तो उन्होंने कहा की मुझे तो उसी दिन पता चल गया था लेकिन अगर मैं तुम्हे सच बताता तो तुम कहते कि दुःख के समय पर चाचा भी साथ न देकर मेरे हीरो को नकली बता रहे हैं । 

दोस्तों इस कहानी से हमें दो चीजें सीखने लायक है – पहली कि हमेशा हमें सीखते रहना चाहिए, अगर हमारे अंदर सीखने की चाह हो तो हम कुछ भी बन सकते हैं अब चाहे बात जौहरी की हो, डॉक्टर की या फिर इंजीनियर की । 

दूसरी बात ये सीखने लायक है कि कभी-कभी क्या होता है कि हमें चीजों का अच्छी तरह ज्ञान नहीं होता, या हमें कोई बात पता नहीं होती और हम दुसरो पर इल्जाम लगा देते है जो किसी के साथ हमारे रिश्ते में दरार डालने का पहला कारण होता है । 

इसीलिए बात को पहले पूरी तरह समझे और फिर कोई फैसला ले जिससे आपके रिश्तों में दरार न आये । 

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